PhD Admission From UGC NET Score: अगर आप पीएचडी करने का मन बना रहे हैं तो ये खबर आपके बहुत काम की हो सकती है. क्योंकि अब पीएचडी के लिए नेट स्कोर करना अनिवार्य कर दिया गया है. साथ ही अभ्यार्थी को इंटरव्यू के चरण से भी गुजरना होगा. उसके बाद ही पीएचडी में किसी भी विश्वविद्यालय में प्रवेश मिल सकेगा. आपको बता दें कि अभी तक प्रवेश परीक्षा व अन्य कई आधार पर पीएडी में एडमीशन मिल जाता था. जिसकी वजह से हर कोई पीएचडी करने के लिए उत्सुक था. लेकिन यूजीसी ने नियमों में बदलाव करके लाखों लोगों के डॅाक्टर लगाने का सपना तोड़ दिया है.
यह भी पढ़ें : PM Kisan Yojana: इन किसानों की फिर अटकेगी 17वीं किस्त, अभी भी सतर्क नहीं हुए किसान
नहीं देनी होगी प्रवेश परीक्षा
नए नियमों के मुताबिक, अब पीएचडी करने के लिए नेट स्कोर करना जरूरी होगा. अभी हर यूनिवर्सिटी का प्रवेश का तरीका अलग है और हर कोई अपनी प्रवेश परीक्षा लेता है. लेकिन नए नियमों के बाद पूरे देश में एक ही नियम लागू हो जाएगा. नेट स्कोर करने के बाद किसी भी परीक्षा की जरूरत नहीं होगी. नेट या जेआरएफ अभ्यार्थी सीधे पीएचडी में प्रवेश पा सकेंगे. आपको बता दें कि साल में दो बार नेट का एग्जाम होता है. जिसमें एक बार जून में और एक बार दिसंबर महीने में परीक्षा आयोजित होती है. यूजीसी अध्यक्ष जगदीश कुमार का कहना है कि "सभी उच्च शिक्षण संस्थानों को इसी के माध्यम से एडमिशन लेना चाहिए. ये संस्थान और स्टूडेंट्स दोनों के हित में होगा,,
3 कैटेगिरी में मिलेगा मौका
यूजीसी के नए नियमों के मुताबिक अब स्टूडेंट को तीन कैटेगिरी में अलग-अलग मौका दिया जाएगा. प्रथम कैटेगिरी में नेट जेआरएफ के साथ पीएचडी में एडमीशन व असिस्टेंट प्रोफेसर के लिए मान्यता मिल जाएगी. दूसरी कैटेगिरी में बिना जेआरएफ के – असिस्टेंट प्रोफेसर के तौर पर एप्वॉइंटमेंट , साथ ही तीसरी कैटेगिरी में केवल पीएचडी प्रोग्राम में एडमिशन मिलेगा. यही नहीं पीएचडी में एडमीशन के लिए केवल नेट ही जरूरी नहीं होगा. बल्कि 30 प्रतिशत महत्वता इंटरव्यू की भी रहेगी. आपको बता दें कि इंटरव्यू की जिम्मेदारी उस संस्थान की होगी. जहां आपको एडमीशन लेना है.
HIGHLIGHTS
- अभी तक प्रवेश परीक्षा व एमफिल के आधार पर भी मिल जाता था प्रवेश
- नेट के आधार पर तीन कैटेगिरी में होगा सलेक्शन
- नेट के साथ इंटरव्यू देना भी होगा जरूरी, उसी के आधार पर बनेगी मैरिट
Source : News Nation Bureau