देश के मशहूर जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (JNU), नई दिल्ली को पहली महिला कुलपति मिली हैं. प्रोफेसर शांतिश्री धुलिपुड़ी को जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी का नया कुलपति नियुक्त किया गया है. इससे पहले धुलिपुड़ी महाराष्ट्र के पुणे स्थित सावित्री बाई फुले यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर थीं. अगले पांच साल तक उनका कार्यकाल रहेगा. प्रोफेसर शांतिश्री जेएनयू की स्टूडेंट भी रह चुकीं हैं. उन्होंने JNU से फिलॉसफी में मास्टर्स और पीएचडी की डिग्री ली है. जेएनयू से ही एम फिल और पी एचडी प्राप्त पंडित तमिल, तेलुगु, हिन्दी, संस्कृत, मराठी और अंग्रेजी में पारंगत हैं.
यह पहला मौका है जब जेएनयू को महिला कुलपति मिली है. प्रोफेसर शांतिश्री धूलिपुडी ने साल 1988 में गोवा यूनिवर्सिटी से टीचिंग करियर की शुरुआत की थी. साल 1993 में वह पुणे यूनिवर्सिटी पहुंची थीं. अभी तक जेएनयू में 12 कुलपति पुरुष ही रहे हैं. शिक्षा मंत्रालय ने प्रोफेसर शांतिश्री धूलिपुडी पंडित को जवाहर लाल नेहरू के कुलपति एम जगदीश कुमार की जगह नियुक्त किया है. जगदीश कुमार को दो दिन पहले विश्वविद्यालय अनुदान आयोग( UGC) का चेयरमैन बनाया गया है. वह आज यानी सोमवार को UGC के नए चेयरमैन का कार्यभार संभालेंगे.
UGC के चेयरमैन बने पूर्व कुलपति जगदीश कुमार
शिक्षा मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, 'प्रोफेसर शांतिश्री धूलिपुडी की नियुक्ति पांच वर्षों के लिये होगी.' पिछले साल जेएनयू के कुलपति के तौर पर अपने पांच साल का कार्यकाल पूरा होने के बाद से एम जगदीश कुमार कार्यवाहक कुलपति के तौर पर जिम्मेदारियों का निर्वहन कर रहे थे. कुमार को अब विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है. एम जगदीश कुमार का जेएनयू के कुलपति के रूप में जनवरी 2016 में कार्यकाल शुरू हुआ था. एम. जगदीश कुमार सुर्खियों में रह चुके हैं. जेएनयू में 2019 में बढ़ाई गई हॉस्टल फीस को लेकर को लेकर भी एम. जगदीश कुमार सुर्खियों में रहे.
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HIGHLIGHTS
- यह पहला मौका है जब जेएनयू को महिला कुलपति मिली हैं
- प्रो. शांतिश्री ने 1988 में गोवा यूनिवर्सिटी से टीचिंग की शुरुआत की थीं
- प्रो शांतिश्री तमिल, तेलुगु, हिन्दी, संस्कृत, मराठी और अंग्रेजी में पारंगत हैं