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'Back to Vedas' आज भी भारत के इन गुरूकुल में दी जाती है वैदिक काल जैसी शिक्षा

आज भी भारत में कुछ प्रसिद्ध गुरूकुल (What is the difference between Gurukul and school) हैं, जो अपनी प्राचीन शिक्षण पद्धतियों और मूल्य आधारित शिक्षा के लिए जाने जाते हैं.

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Priya Gupta
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GURUKUL

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Where is famous Gurukul: भारत में शिक्षा की परंपराए बहुत पुरानी और समृद्ध रही हैं. पारंपरिक गुरूकुल शिक्षा प्रणाली  आज भले ही कम हो रही है लेकिन आज भी कई ऐसे गुरुकुल है जहां पर वैदिक काल की तरह ही शिक्षा दी जाती है.  जहां छात्रों को न केवल शिक्षा बल्कि नैतिकता, संस्कृति, और जीवन के आदर्श भी सिखाए जाते थे. आज भी भारत में कुछ प्रसिद्ध गुरूकुल (What is the difference between Gurukul and school)  हैं, जो अपनी प्राचीन शिक्षण पद्धतियों और मूल्य आधारित शिक्षा के लिए जाने जाते हैं. इन गुरूकुलों में शिक्षा प्राप्त करना एक विशेष अनुभव होता है, और उनकी admission प्रक्रिया भी अलग होती है. आज हम भारत के कुछ प्रमुख गुरूकुलों के बारे में जानकारी देने जा रहे हैं

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शिवालिक गुरुकुल (उत्तराखंड)

शिवालिक गुरुकुल, उत्तराखंड के देहरादून जिले के पास स्थित है. यह गुरूकुल प्राचीन भारतीय शिक्षा पद्धतियों के संरक्षण के लिए जाना जाता है. यहां एडमिशन लेने के लिए अभ्यर्थियों को एक इंटरव्यू और लिखित परीक्षा में सम्मिलित होना होता है. परीक्षा में सामान्य ज्ञान, संस्कृत, और वेदों पर आधारित प्रश्न पूछे जाते हैं. इंटरव्यू के दौरान, छात्र की नैतिकता, जीवन दृष्टिकोण और उनके पारंपरिक ज्ञान का मूल्यांकन किया जाता है. चयनित छात्रों को स्पेशल ट्रेडिंग और ध्यान केंद्रित शिक्षा प्रदान की जाती है.

ऋषिकुल गुरूकुल हरिद्वार

ऋषिकुल गुरूकुल, हरिद्वार, उत्तराखंड में स्थित है. यह गुरूकुल प्राचीन भारतीय संस्कृति और वेदों के स्टडी के लिए फेमस है. यहां एडमिशन लेने के लिए छात्रों को एक परीक्षा, योग और वेदों पर आधारित परीक्षा शामिल होती है. इसके बाद, एक इंटरव्यू लिया जाता है, जिसमें छात्र की मानसिकता, नैतिकता और धार्मिक ज्ञान की जांच की जाती है. प्रवेश के बाद, छात्रों को वेद, संस्कृत, और भारतीय संस्कृति की शिक्षा दी जाती है.

गुरुकुल कांगड़ी हरिद्वार में स्थित एक बहुत ही फेमस गुरूकुल है. यह भारतीय धार्मिक और सांस्कृतिक शिक्षा के लिए जाना जाता है और इसके शिक्षण में वेदों और संस्कृत का गहरा प्रभाव होता है. एडमिशन प्रक्रिया की बात करें तो गुरुकुल कांगड़ी में प्रवेश के लिए, अभ्यर्थियों को एक लिखित परीक्षा और इंटरव्यू देने की बात की थी. लिखित परीक्षा में वेद, संस्कृत, और सामान्य ज्ञान पर आधारित प्रश्न पूछे जाते हैं. चयनित छात्रों को पारंपरिक शिक्षा के साथ-साथ एक कड़ी नैतिक और सांस्कृतिक प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है।

कैलाश आश्रम गुरूकुल उत्तर प्रदेश

 कैलाश आश्रम गुरूकुल उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले में स्थित है. यह गुरूकुल भारतीय संस्कृति और वेदों के अध्ययन के लिए फेमस है. कैलाश आश्रम गुरूकुल में एडमिशन के लिए, छात्रों को एक एंट्रेंस परीक्षा से गुजरना होता है. जिसमें लिखित परीक्षा, योग और वेदों पर आधारित प्रश्न शामिल होते हैं. इसके बाद, इंटरव्यू आयोजित किया जाता है, जिसमें छात्रों के नैतिक और धार्मिक मूल्यों का मूल्यांकन किया जाता है. चयनित छात्रों को पारंपरिक शिक्षा के साथ-साथ जीवन कौशल और संस्कारों पर की शिक्षा दी जाती है. 

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