Who start 9 to 5 job Work: आज कॉर्पोरेट जॉब में काम करने वाला इंसान नौकरी से परेशान होकर कुछ अलग काम करना चाहता है. अलग बात है कि वह बस ये सोच ही सकता है, क्योंकि सैलरी आने के बाद जॉब छोड़ने का प्लान कैंसल कर देते हैं. कई लोगों के पास इतनी जिम्मेदारी हैं कि वे चाह कर भी जॉब नहीं छोड़ सकते. इस 9 टू 5 की जॉब को लेकर हर कॉर्पोरेट इमप्लॉई परेशान है. लेकिन कभी आपके दिमाग में ये सवाल नहीं आया कि आखिर ये जॉब 9 टू 5 ही क्यों है इससे ज्यादा या कम क्यों नहीं. चलिए जानते हैं इसके पीछे की पूरी कहानी, कहां से हुई इसकी शुरुआत और आज आधी से ज्यादा आबादी इसकी गुलाम हो चुकी है.
अच्छा... तो इन्होंने शुरू किया था
रिपोर्ट के मुताबिक, ऑफिस में 9 टू 5 का वर्क कल्चर का इतिहास 98 साल पुराना है. एक फोर्ड कंपनी ने अपनी फैक्ट्री में मजदूरों के लिए शुरू किया था, ताकि प्रोडक्शन ज्यादा किया जा सके. फोर्ड मोटर कंपनी के फाउंडर हेनरी फोर्ड ने सबसे पहले इसे अपने कर्मचारियों पर लागू किया गया था.
1 मई को मनाते है मजदूर दिवस
1 मई 1926 को पहली बार हेनरी फोर्ड के कपंनी में मजदूरों ने सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक काम किया था. हर साल 1 मई को मजदूर दिवस भी मनाया जाता है. ये 9 टू 5 का वर्क कल्चर फैक्ट्री पर काम करने वाले मजदूरों के लिए लागू किया गया था. लेकिन आज 98 साल में ये कल्चर ज्यादातर जगहों पर लागू हो चुका है. अब जब भी आपके जानने वाले कोई इस 9 टू 5 जॉब शुरू करने वाले इंसान के बारे में पूछे तो उन्हें स्टोरी बता दीजिएगा.
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