छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी ने यू टर्न ले लिया है. चुनाव लड़ने से इनकार कर चुके जोगी अब मरवाही से ताल ठाेकने की बात कह रहे हैं. रविवार को वह न्यूज स्टेट संवाददाता को खुद फोन करके यह जानकारी दी. अजीत जोगी ने बताया कि वह मरवाही की जनता को नहीं छोड़ना चाहते, इसलिए चुनाव मैदान में उतरुंगा.
अजीत जोगी ने पहले कहा था कि वह कहीं से चुनाव नहीं लड़ेंगे बसपा के प्रदेश प्रभारी ने उन से निवेदन किया था. अजीत जोगी का जन्म मरवाही में ही हुआ था. मरवाही में प्रचार के लिए नहीं भी जाते जोगी फिर भी मरवाही से आज तक जीतते रहे हैं. पिछली बार मरवाही से उनके बेटे अमित जोगी ने विजयश्री हासिल की थी.
कभी हां-कभी ना ः इससे पहले अजीत जोगी के बेटे अमित जोगी ने मीडिया को बताया था कि अजीत जोगी खुद चुनाव नहीं लड़ेंगे. बसपा नेताओं लालजी वर्मा और एमएल भारती संग बैठक के बाद गठबंधन की सहयोगी बहुजन समाज पार्टी और जनता कांग्रेस के नेताओं का मानना था कि अगर अजीत जोगी चुनाव लड़ते हैं तो एक ही सीट पर उलझकर रह जाएंगे, जबकि सभी सीटों पर उन्हें प्रचार करना चाहिए.
अमित जोगी ने यह भी कहा था अजीत जोगी राज्य की सभी 90 विधानसभा सीटों पर पार्टी की जीत सुनिश्चित करने के लिए काम करेंगे. लिहाजा वह खुद विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे. इससे पहले अजीत जोगी ने मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह खिलाफ चुनाव लड़ने की घोषणा की थी. पहले यह तय हुआ था कि परिवार से आखिर कितने लोग चुनाव लड़ेंगे.
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इस घोषणा पर कांग्रेस ने बयान जारी कर कहा था कि जोगी छत्तीसगढ़ की जनता की भावनाओं का मजाक बना रहे हैं. अगर वह राज्य में मुख्यमंत्री का चेहरा हैं तो चुनाव लड़ना चाहिए. पार्टी ने यह भी साफ किया कि बेटे अमित जोगी को मुख्यमंत्री बनाने के लिए अजीत जोगी ने यह चाल चली है.
Source : News Nation Bureau