अंबिकापुर से भारतीय जनता पार्टी (BJP) के प्रत्याशी अनुराग सिंह देव ने बुधवार को कोर्ट में सरेंडर कर दिया. 13 साल पुराने एक मामले में अनुराग सिंह देव के खिलाफ स्थायी वारंट जारी हुआ था. फिलहाल अनुराग सिंह देव न्यायिक हिरासत में हैं. बता दें छत्तीसगढ़ विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष व कांग्रेस उम्मीदवार टीएस सिंहदेव के खिलाफ बीजेपी ने अनुराग सिंह को मैदान में उतारा है.
मामला गांधीनगर थाने का है, जिसमें अनुराग सिंहदेव एवं साथियों के विरुद्ध एक आंदोलन के दौरान धारा 141,341,34 के तहत मामला पंजीबद्ध हुआ था. अनुराग सिंहदेव उस समय युवा मोर्चा के ज़िलाध्यक्ष थे. प्रकरण में पुलिस ने चालान पेश किया और अनुराग सिंहदेव और उनके साथियों को फ़रार बता दिया जिसके आधार पर न्यायालय ने 2006 से स्थायी वारंट जारी कर दिया था.
चुनाव में गड़बड़ी फैलाने की आशंका में सपा जिला अध्यक्ष और बीजेपी कार्यकर्ता गिरफ्तार
विधानसभा चुनाव को लेकर पुलिस फुल एक्शन में हैं. मध्य प्रदेश के कई शहरों से बड़े पैमाने पर नगदी पकड़ी जा रही है. वहीं, चुनाव में गड़बड़ी फैलाने की जरा भी किसी पर शक है उसे पुलिस अंदर कर दे रही है. इसी के तहत बालाघाट की कोतवाली पुलिस ने चुनाव के दौरान राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (एनएसए) के तहत सपा जिलाअध्यक्ष समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया है.
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आचार संहिता लगते ही चुनान के दौरान गड़बड़ी फैलाने वाले 6000 से ज्यादा असामाजिक तत्वों की बालाघाट पुलिस द्वारा एक लिस्ट तैयार किया गया है. इसके तहत पुलिस कालू कांडा को एनएसए के तहत गिरफ्तार कर जेल पहुंचाया. कालू पर लूट नकबजनी, ह्त्या सहित 42 मामले दर्ज है.
इसके साथ ही एट्रोसिटी एक्ट के समर्थन में भारत बंद के दौरान हिंसा फैलाने के आरोप में समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष महेश सहारे ,बीेजेपी कार्यकर्ता अजय सुखदेवे व अखिलेश चौरे को कोतवाली पुलिस ने गिरफ्तार कर आज न्यायालय में पेश किया जहां से जिला एवं सत्र न्यायधीश ने जेल भेज दिया है.अभी तक कोतवाली पुलिस द्वारा 16 अपराधियों के खिलाफ जिला बदर सहित एक एनएए के तहत कार्यावही करते हुये अभी तक दो दर्जन से ज्यादा अपराधियों को गिरफ्तार किया जा चुका है.
Source : News Nation Bureau