हरियाणा (Haryana) में मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर (Manoihar Lal Khattar) पहले तो निर्दलीय विधायकों के समर्थन से सरकार बनाने जा रहे थे, लेकिन अचानक बीजेपी (BJP) और जेजेपी (JJP) के एक साथ आने की खबरें आ गईं. शुक्रवार पूरे दिन खबर चली कि बीजेपी ने बहुमत (Mandate) का जुगाड़ कर लिया और सभी निर्दलीय विधायकों ने बीजेपी के साथ जाने का फैसला किया है, लेकिन शाम होते-होते बीजेपी और जेजेपी के नेता एक मंच पर आए और गठबंधन (BJP+JJP Alliance) का ऐलान हो गया. दरअसल, पूरा मामला गोपाल कांडा (Gopal Kanda) के चक्कर में फंसा. गोपाल कांडा के समर्थन को लेकर बीजेपी के अंदर से सवाल उठने लगे. टीवी चैनलों पर गीतिका शर्मा खुदकुशी कांड को लेकर गोपाल कांडा पर प्रोग्राम चलने लगे, जिससे बीजेपी ने कांडा से दूरी बनाना ही बेहतर समझा. तब बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह (Amit Shah) ने अपने एक दूत को जेजेपी नेता दुष्यंत चौटाला (Dushyant Chautala) से मिलने के लिए भेजा और थोड़ी ही देर में कहानी बदल गई.
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#WATCH Delhi: Minister of State (MoS) for Finance and BJP leader Anurag Thakur & Jannayak Janata Party (JJP) Dushyant Chautala arrive at the residence of Union Home Minister and BJP President Amit Shah. #HaryanaAssemblyPolls pic.twitter.com/VqiRRxgYO8
— ANI (@ANI) October 25, 2019
लोगों के मन में यह भी सवाल उठने लगे कि जेजेपी ने मनोहर लाल खट्टर के खिलाफ प्रचार करके महज 10 महीने में 10 सीटें जीती हैं. फिर भी वे खट्टर की ही सरकार में कैसे भागीदार बन गए. बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह का वह कौन दूत था, जिसके कहने पर दुष्यंत चौटाला (Dushyant Chautala) ने मनोहर लाल खट्टर के साथ जाना पसंद किया. दरअसल वह दूत कोई और नहीं, बल्कि मोदी सरकार में वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर (Anurag Thakur) थे.
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45 साल के अनुराग ठाकुर (Anurag Thakur) को अच्छा मैनेजर माना जाता है. वे बीसीसीआई (BCCI) के अध्यक्ष भी रह चुके हैं. विभिन्न पार्टियों के युवा नेताओं से उनका मेलजोल अच्छा है. जेजेपी के प्रमुख दुष्यंत चौटाला टेबल टेनिस फेडरेशन ऑफ इंडिया का चेयरमैन भी हैं. इस लिहाज से भी दोनों की नजदीकियां रही हैं. बताया जाता है कि कैलिफोर्निया स्टेट यूनिवर्सिटी में पढ़ाई के दौरान दुष्यंत का अनुराग ठाकुर (Anurag Thakur) से मेलजोल हुआ. इसी दोस्ती के दम पर अनुराग ठाकुर (Anurag Thakur) शुक्रवार शाम को दुष्यंत चौटाला (Dushyant Chautala) के पास गए और विधानसभा चुनाव में अच्छा प्रदर्शन करने को लेकर बधाई दी. दोनों के बीच थोड़ी ही देर की बातचीत में बात बन गई और अनुराग खुद दुष्यंत को गाड़ी में लेकर अमित शाह (Amit shah) के आवास पर पहुंचे. वहां पूरी डील पर मुहर लग गई और 31 साल के दुष्यंत 65 साल के मनोहर लाल खट्टर के डिप्टी बनने को तैयार हो गए.
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बाद में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह (Amit shah) ने घोषणा कर दी कि हरियाणा में बीजेपी और जेजेपी का गठबंधन फिक्स हो गया है. बीजेपी के मुख्यमंत्री और जेजेपी के उपमुख्यमंत्री होंगे. जेजेपी की ओर से चुनाव प्रचार में किए गए कई वादों को भी बीजेपी पूरा करने को तैयार हो गई है. जेजेपी से यह भी अपेक्षा की गई है कि अगले साल जनवरी में होने वाले दिल्ली विधानसभा चुनाव के दौरान वह बीजेपी को जाट वोटों का फायदा कराने में मदद करेंगे. दिल्ली में करीब 28 लाख जाट वोटर होने की बात कही जाती है.
बता दें कि हरियाणा में हुए विधानसभा चुनावों में बीजेपी को 40, कांग्रेस को 31, जेजेपी को 10 सीटें मिली हैं. चुनाव में 7 निर्दलीय भी चुने गए हैं तो आईएनएलडी और हरियाणा लोकहित पार्टी को एक-एक सीट हासिल हुई है.
HIGHLIGHTS
- गोपाल कांडा पर मचे शोर से असहज हो गई थी बीजेपी
- निर्दलीय विधायकों के सहारे सरकार बनाने से नहीं मिलती स्थायित्व
- अमित शाह के दूत अपनी गाड़ी में दुष्यंत को लेकर पहुंचे