असम (Assam) में इस बार का चुनाव काफी दिलचस्प होने वाला है. बीजेपी (BJP) एक बार फिर से सरकार बनाने का दावा कर रही है, तो वहीं कांग्रेस (Congress) फिर से सत्ता छीनने के लिए पूरी ताकत झोंक रही है. बीजेपी नेता इस चुनाव में विकास की कहानी सुना रहे हैं, तो वहीं कांग्रेस नेता नागरिकता कानून, बढ़ती महंगाई, बेरोजगारी और नोटबंदी पर सरकार को घेरने का प्रयास कर रहे हैं. इस बार असम में तीन चरणों में चुनाव होगा, और इसका आगाज 27 मार्च से हो जाएगा. 27 मार्च को पहले चरण में वोट डाले जाएंगे. चुनाव से पहले कांग्रेस के कई दिग्गज नेता बीजेपी में शामिल हो गए थे, इसलिए ये चुनाव कांग्रेस के लिए काफी अहम हो गया है.
राजनीतिक करियर पर नजर
असम के पूर्व मंत्री और कांग्रेस के दिग्गज नेता रकीब-उल-हुसैन (RAKIBUL HUSSAIN) एक बार फिर से समागौरी विधानसभा सीट से चुनावी मैदान में हैं. रकीब-उल-हुसैन (RAKIBUL HUSSAIN) का जन्म 7 अगस्त 1964 को नागावं के समागौरी विधानसभा क्षेत्र के एक छोटे से गांव में हुआ था. रकीब-उल-हुसैन (RAKIBUL HUSSAIN) जब छात्र जीवन में थे, तभी से राजनीति में आ गए थे. उन्होंने कांग्रेस पार्टी के छात्र संगठन NSUI के साथ राजनीतिक जीवन की शुरुआत की. और छात्र संगठन में कई अहम पदों पर रहे.
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असम सरकार में मंत्री रह चुके
साल 2001 में वे पहली बार विधानसभा चुनाव जीतकर विधायक बने थे. साल 2004 में असम सरकार का हिस्सा बनें. 2006 और 2011 में भी असम सरकार में मंत्री रहे. 2016 की बीजेपी लहर में उन्होंने अपना किला बचाए रखा. और समागौरी विधानसभा सीट पर कांग्रेस का झंडा लहराया. वे एपीसीसी सेल के पूर्व-संयोजक भी रह चुके हैं. रकीब-उल-हुसैन आज असम में कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं में से एक हैं.
असम में वोटरों की संख्या
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चुनाव आयोग के मुताबिक असम विधान सभा चुनाव के लिए इस बार 2 करोड़ 31 लाख 86 हजार 362 मतदाता वोट करेंगे. इनमें से 1 करोड़ 17 लाख 42 हजार 661 पुरुष और 1 करोड़ 14 लाख 43 हजार 259 महिला और 442 थर्ड जेंडर मतदाता हैं. कोरोना वायरस महामारी को देखते हुए इस बार चुनाव आयोग ने मतदान का समय एक घंटा बढ़ा दिया है.
कितने चरणों में चुनाव
असम में तीन चरणों में चुनाव संपन्न होने हैं. 27 मार्च को पहले चरण में वोटिंग होगी. तो वहीं 1 अप्रैल को दूसरे चरण में वोट डाले जाएंगे. तीसरा और अंतिम चरण का मतदान 6 अप्रैल को होना है. वहीं 2 मई को साफ हो जाएगा कि राज्य में किसकी सरकार बनेगी. कोरोना वायरस के चलते इस साल असम में कुल 33 हजार 530 पोलिंग स्टेशन बनाए गए हैं, जो 2016 के चुनाव से 34.71 बढ़ाए गए हैं.
HIGHLIGHTS
- 2016 में रकीब-उल-हसन ने अपना किला बचाए रखा
- समागौरी विधानसभा सीट से चुनावी मैदान में हैं रकीब
- 27 मार्च को है पहले चरण का मतदान
Source : News Nation Bureau