पांच राज्यों में से गोवा, मणिपुर, उत्तराखंड, पंजाब में मतदान संपन्न हो चुके हैं. वहीं, उत्तर प्रदेश में आखिरी चरण के लिए आज मतदान डाले जा रहे हैं. मतों की गिनती 10 मार्च को होगी. इसके साथ ही चुनाव में अस्तित्व बचाने की लड़ाई लड़ रही कांग्रेस के सामने चुनाव परिणाम के बाद भी पार्टी को बचाए रखने की चुनौती है. 2017 में मणिपुर और गोवा में सबसे बड़ी पार्टी बनने के बाद भी सरकार नहीं बना पाने वाली कांग्रेस इस बार अभी से ही अपने संभावित विधायकों को एकजुट करने में जुट गई है. पार्टी ने संभावित जोड़तोड़ के लिए अभी से ही पार्टी के नेताओं को सक्रिय कर दिया है.
पी चिदंबरम दिनेश गुंडु पहुंचे गोवा
दरअसल, कांग्रेस ने 40 सीटों वाले गोवा में गोवा फॉरवर्ड पार्टी के साथ गठबंधन कर चुनाव लड़ा है. पार्टी सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस चुनाव के बाद महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी के साथ भी गठबंधन को लेकर भी संपर्क में है. कांग्रेस ने वोटों की गिनती से पहले ही पी चिदंबरम और गोवा प्रभारी दिनेश गुंडु राव को गोवा भेज दिया है. दोनों नेता रविवार को गोवा पहुंचे. बताया जाता है कि इससे पहले इन दोनों नेताओं ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी समेत कई बड़े नेताओं के साथ बैठक की थी.
ये भी पढ़ें- रूस-यूक्रेन युद्ध में अब तक इतनी तबाही, आंकड़े देखकर उड़ जाएंगे होश
गहलोत और बघेल संग राहुल ने तैयार की रणनीति
मीडिया में आई खबरों के मुताबिक कांग्रेस पार्टी संभावित विजेताओं को राजस्थान ले जाने की योजना बना रही है. पार्टी की इस रणनीति के जानकार एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल के साथ इस बात को लेकर चर्चा हुई थी कि संभावित विजेता विधायकों को सुरक्षित ऱगे के लिए क्या किया जाए. वही, राजस्थान कांग्रेस के एक नेता ने नाम नहीं छापने की शर्त पर मीडिया को बताया कि पार्टी उत्तराखंड और गोवा में सरकार बनाने की उम्मीद है. लिहाजा, चुने गए पार्टी विधायकों को बचाने को लेकर काफी गंभीर है. इसी कड़ी में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा भी सोमवार को एक दिवसीय दौरे पर जयपुर पहुंच रही हैं. उनके मुताबिक वे सीएम गहलोत से मिलेंगी. इस दौरान चुनाव के बाद के प्रबंधन की चर्चाओं से इनकार नहीं किया जा सकता.
गोवा और उत्तराखंड के विधायक भेजे जाएंगे जयपुर
ऐसी अटकलें है कि कांग्रेस पार्टी किसी भी तरह की संभावित हॉर्स ट्रेडिंग को रोकने के लिए गोवा और उत्तराखंड के विधायकों को जयपुर और जोधपुर के होटलों में भेज सकती है. गोवा में मामले के जानकार पार्टी नेताओं ने बताया कि जीतने वाले उम्मीदवारों को पहले किसी गोपनीय स्थानों पर बुलाया जाएगा. इसके के बाद वहां से उन्हें राज्य के बाहर सुरक्षित स्थानों पर ले जाया जाएगा. पार्टी के एक और नेता ने बताया कि चुनाव के नतीजों के आधार पर विधायकों को राज्य से बाहर रखा जाएगा और जरूरत पड़ने पर उन्हें वापस लाया जाएगा. वहीं, देहरादून के एक वरिष्ठ कांग्रेस नेता के मुताबिक चुनाव नतीजे घोषित होने के बाद कांग्रेस पार्टी अपने उम्मीदवारों को गुप्त स्थानों पर भेज देगी. उन के मुताबिक नतीजों के आधार पर हमारे पास प्लान ए, बी और सी तैयार है. अगर स्थिति बनती है, तो हम हमारे विधायकों को राजस्थान या फिर दूसरे राज्यों में भेज देंगे.
गौरतलब है कि इससे पहले, गुजरात और मध्यप्रदेश के विधायकों को भी पार्टी दूसरे राज्यों में रख चुकी है. वहीं, जयपुर में कांग्रेस नेताओं ने बताया है कि दो राज्यों के नए विधायकों को लाने की जिम्मेदारियां राजस्थान विधायकों को सौंपी जाएगी. इसी के मद्देनजर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को मतगणना के दिन के लिए उत्तराखंड, पंजाब और गोवा का प्रभारी बनाया गया है. पार्टी नेताओं के मुताबिक जरूरत पड़ने पर वे नए विधायकों की जगह तेजी से बदलने के लिए राज्य के नेताओं के साथ मिलकर काम करेंगे.
HIGHLIGHTS
- पांच राज्यों में 10 मार्च को होगी मतों की गिनती
- परिणाम से पहले विधायकों को बचाने में जुटी कांग्रेस
- गोवा-उत्तराखंड में है कांग्रेस को जीत की उम्मीद