Assembly Elections Results : भारत के पूर्वोत्तर राज्य नागालैंड, त्रिपुरा और मेघालय में विधानसभा चुनाव के परिणाम घोषित हो गए हैं. त्रिपुरा और नागालैंड में एक बार फिर भगवा लहराया है, जबकि मेघालय में बीजेपी ने एनपीपी को समर्थन देने की घोषणा की है. भारतीय जनता पार्टी ने त्रिपुरा में अकेला ही बहुमत का आंकड़ा पार कर लिया है तो वहीं नागालैंड में बीजेपी-एनडीपीपी गठबंधन ने फिर वापसी की है. मेघालय में किसी भी पार्टी ने बहुमत का आंकड़ा पार नहीं कर पाया है. हालांकि, एनपीपी 27 सीटों पर जीत हासिल करके सबसे पार्टी चुकी है, जिसे भाजपा ने समर्थन देने का ऐलान किया है. पूर्वोत्तर में कमल खिलने के बाद बीजेपी कार्यकर्ताओं में जश्न का माहौल है. बीजेपी मुख्यालय पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि जनता को विनम्रता से नमन करने का एक और अवसर मिला है.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि नार्थ ईस्ट के भाई और बहनों के सम्मान में आप अपना मोबाइल फोन निकालकर फ्लैश लाइट चालू कर उनका अभिवादन कीजिये. लोगों ने फ्लैश चालू कर प्रकाश फैलाया, यह प्रकाश उनके सम्मान और गौरव के लिए है. बीते वर्षों में बीजेपी ऐसे अनेक कामों का साक्षी बना है. मैं त्रिपुरा, मेघालय और नागालैंड की जनता का सिर झुका कर स्वागत करता हूं. नार्थ ईस्ट के कार्यकर्ता हमसे कई गुना ज्यादा मेहनत करते है, इसलिए वहां के कार्यकर्ता विशेष अभिनंदन है.
उन्होंने आगे कहा कि आज का चुनाव देश और दुनिया के लिए बहुत सारे संदेश हैं. एक समय था जब नार्थ ईस्ट में चुनाव होते थे नतीजे आते थे तब दिल्ली में उतनी चर्चा होती नहीं थी, तब बम, बंदूक और ब्लॉकेज की चर्चा होती थी. त्रिपुरा में तो दूसरी पार्टी का झंडा भी नहीं लगता था. अगर कोई लगाता था तो उसको लहूलुहान कर दिया जाता था. टीवी में आज सुबह से इन चुनावों के नतीजे छाए रहे. अब नार्थ ईस्ट ना दिल्ली से दूर है और ना दिल से दूर है.
PM नरेंद्र मोदी ने कहा कि कुछ समय पहले जब नार्थ ईस्ट गया था तो किसी ने हाफ सेंचुरी की बधाई दी तो मैंने पूछा तो उसने बताया कि प्रधानमंत्री बनने के बाद मैं 50 से ज्यादा विजिट कर चुका हूं. जब नागरिक कह रहा था तो मैं अनुभव कर रहा था कि जाने मात्र से उनके दिलों को जीता है, वो मेरे लिए सबसे बड़ी जीत है. पूर्वोत्तर के लोगों को यह अहसास हो रहा है कि अब उनकी उपेक्षा नहीं होती है.
उन्होंने आगे कहा कि हमारे कुछ विशेष शुभचिंतक हैंस जिनके पेट में दर्द होता है कि बीजेपी की जीत का राज क्या है? अब तक मैंने देखा नहीं है कि EVM पर गाली पड़ी है या नहीं. बीजेपी की सफलता का रहस्य छुपा है त्रिवेणी में यानी तीन धाराओं का संगम. इस त्रिवेणी की पहली शक्ति सरकार का कार्य, दूसरी सरकार की कार्य संस्कृति, तीसरी कार्यकर्ताओं का सेवा भाव है. बीजेपी का विकास मॉडल देशहित को सर्वोपरि रखता है. देश सर्वोपति और देशवासी प्रथम हैं.
उन्होंने आगे कहा कि पहले स्टेट्समैन अगली पीढ़ी के लिए सोचते हैं, पॉलिटिशियन अगले चुनाव का सोचते हैं, लेकिन अब समय बदल गया है. पॉलिटिशियन अगले दिन अखबार में क्या आएगा यह सोचते हैं. राजनीति के इस मॉडल में कठिन लक्ष्यों को हाथ नहीं लगाया जाता था. यह पॉलिटिकल मॉडल कठिनाई को हल नहीं करता था, बल्कि लोगों को जीने के लिए मजबूर कर देते थे. बीजेपी ने इसको बदला. हम कठिन से कठिन चीजों को हल करते हैं. हम यह देखते हैं कि अगर हमने इस काम को नहीं किया तो लोगों को परेशानी होगी, इसलिए हमारी नींद उड़ जाती है.
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पीएम मोदी ने कहा कि उदाहरण नार्थ ईस्ट में आजादी के इतने सालों के बाद भी बिजली नहीं पहुंची थी, पुरानी सरकारों ने छोड़ दिया, लेकिन पक्के घर, शौचालय सबको छोड़ दिया गया था. एयरपोर्ट, हाइवे, रेलवे लाइन को कठिन मान लिया गया था, लेकिन हमने कठनाइयों से लड़ा. उन्होंने आगे कहा कि आज पूरी दुनिया में भारत के विकास और उसकी रफ्तार की तारीफ हो रही है. नार्थ ईस्ट की बहनों के लिए इस विशेष भरोसे के लिए आभार व्यक्त करता हू, यह सौभाग्य है, नागालैंड ने राज्यसभा सांसद देने की शुरुआत की, आज नागालैंड में पहली बार महिला विधायक जीतकर आई हैं.
प्रधानमंत्री मोदी ने आगे कहा कि जहां मौका मिलता है कमल खिलता जा रहा है, कुछ लोग कट्टर की पहचान में लगे हुए हैं. वो बेईमानी भी कट्टरता से करते हैं. देश कह रहा है मत जा मोदी. आज के नतीजों के बाद कांग्रेस ने छोटे राज्यों के प्रति अपनी नफरत को जगजाहिर कर दिया है. कांग्रेस और उनके अध्यक्ष ने कहा कि ये तो छोटे राज्य हैं, यह उन राज्यों का अपमान है, जनमत का अपमान है. इसी सोच की वजह से कांग्रेस ने देश के गरीबों को छोटा समझा, आदिवासी और पिछड़ा को छोटा समझा, यही मानसकिता है जिसने आजादी के बाद बहुत नुकसान किया. मैं कांग्रेस से कहना चाहता हूं कि छोटे लोगों और छोटे राज्यों से यही नफरत आपको आगे चुनाव में डुबाने जा रही है.
उन्होंने आगे कहा कि शुरुआत में बीजेपी को बनिया पार्टी, फिर हिंदी पट्टी पार्टी, फिर शहरी पार्टी कहा गया. बीजेपी ने सारे मिथक को तोड़ दिया है. फिर आदिवासी समाज को कहा गया, पिछले 10 साल में हमने इस मिथक को तोड़ दिया. अब आदिवासी भी बीजेपी के साथ है. वर्षों से अल्पसंख्यक को डराया गया, देश विदेश में प्रचार किया गया. पहले गोवा में पोल खोली गई और अब नागालैंड-मेघालय में जनता के साथ रहें. केरल में भी बीजेपी गठबंधन की सरकार बनेगी. नार्थ ईस्ट की इस विजय ने बाकी देश के कार्यकर्ताओं में भी ऊर्जा भर दी है.
Source : News Nation Bureau