पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव हो रहे हैं जिनमें से पश्चिम बंगाल में अभी भी वोटिंग बाकी है. आपको बता दें कि पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव के पांच चरण पूरे हो चुके हैं. गुरुवार यानि कि 22 अप्रैल को छठे चरण के चुनाव में पश्चिम बंगाल की 43 विधानसभा सीटों पर मतदान होगा. इन 43 विधानसभा सीटों पर एक करोड़ से अधिक मतदाता हैं जो कि इन 43 सीटों पर खड़े हुए 306 उम्मीदवारों के राजनीतिक भाग्य का फैसला करेंगे. कोरोना वायरस की दूसरी लहर के बीच चुनाव आयोग के एक अधिकारी ने कहा कि पिछले चरणों में हिंसा को देखते हुए सुरक्षा उपाय सख्त किए गए हैं. आपको बता दें कि पश्चिम बंगाल के चौथे चरण के मतदान में 10 अप्रैल को कूच बिहार में पांच लोगों की मौत हो गई थी.
मीडिया से बातचीत में चुनाव अधिकारियों ने बताया कि आयोग ने पश्चिम बंगाल के छठे चरण में स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने के लिए केंद्रीय बलों की कम से कम 1,071 कंपनियों को तैनात करने का फैसला किया है. उन्होंने ये भी बताया कि देश में कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते हुए मामलों को देखते हुए छठे चरण की वोटिंग के दौरान कोविड संबंधी दिशानिर्देशों का कड़ाई से पालन किया जाएगा. आपको बता दें मंगलवार को पश्चिम बंगाल में कोरोना वायरस से संक्रमण के 9,819 नए मामले सामने आए है. ये अब तक पश्चिम बंगाल में एक दिन में आने वाले नए मामलों से सबसे बड़ा आंकड़ा है.
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पश्चिम बंगाल के छठे चरण के चुनाव में कई प्रमुख नेताओं की शाख दांव पर लगेगी. इनमें से बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मुकुल रॉय जो कि पहले टीएमसी के बड़े नेता हुआ करते थे और पूर्व रेलमंत्री भी रह चुके हैं. उनके अलावा तृणमूल के मंत्री ज्योतिप्रिय मल्लिक, चंद्रिमा भट्टाचार्य और सीपीएम नेता तन्मय भट्टाचार्य शामिल हैं. इसके अलावा फिल्म निर्देशक राज चक्रवर्ती और अभिनेत्री कौसानी मुखर्जी भी तृणमूल प्रत्याशी के रूप में मैदान में हैं जिनकी साख दांव पर लगी होगी. चार जिलों के 43 विधानसभा क्षेत्रों में 14,480 मतदान केंद्र बनाए गए हैं.
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आपको बता दें कि पश्चिम बंगाल में छठे चरण के चुनाव में उत्तर 24 परगना जिले की 17 सीटों के अलावा नादिया और उत्तर दिनाजपुर की नौ-नौ तथा पूर्ब बर्द्धमान की आठ सीटों पर मतदान होना है. आपको बता दें कि अभी तक पांच चरणों में हुए मतदान की बात की जाए तो एक बार फिर यहां भी यही माना जा रहा है कि इस चरण में मुख्य मुकाबला सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस और भाजपा के बीच होगा.
HIGHLIGHTS
- मुकुल रॉय की किस्मत दांव पर होगी
- छठे चरण में 306 उम्मीदवारों के बीच मुकाबला
- बीजेपी और सत्तारूढ़ टीएमसी के बीच टक्कर