जन अधिकार पार्टी (जाप) के अध्यक्ष और पूर्व सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने शुक्रवार को कहा कि बिहार विधानसभा उपचुनाव में राजग की करारी हार 'जनता की बददुआ' के कारण हुई. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को जनता की बददुआ ने हराया है. महाराष्ट्र और हरियाणा विधानसभा चुनाव के नतीजों पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा कि देश की जनता ने चुनावों के नतीजों से बता दिया कि हर मर्ज की एक दवा नहीं होती. पप्पू यादव ने कहा, "लव जिहाद, 370, फर्जी राष्ट्रवाद और धार्मिक उन्माद देश की आम जनता का मुद्दा नहीं है."
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उन्होंने कहा, "बिहार में नीतीश कुमार को जनता की बददुआओं ने हराया है, जबकि विपक्ष ने कांग्रेस को उपचुनाव में दगा दे दिया. विपक्ष के लोगों ने कांग्रेस के लिए प्रचार तक करना जरूरी नहीं समझा, सिर्फ खानापूर्ति की गई." पूर्व सांसद ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में राजधानी पटना में इसी महीने कई दिनों तक जलजमाव के लिए बिहार सरकार और पटना नगर निगम को दोषी बताया. उन्होंने कैग की रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि बिहार सरकार और पटना नगर निगम ने करोड़ों रुपये के घोटाले किए हैं, जिसकी जांच होनी चाहिए.
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पप्पू यादव ने पत्रकारों को कैग रिपोर्ट की कॉपी देते हुए आरोप लगाया कि साल 2006 से अब तक जनता के छह हजार करोड़ रुपये और पिछले 13 वर्षो में कुल 23 हजार करोड़ रुपये के घोटाले हुए हैं. उन्होंने कहा कि ऐसे में सरकार को एक मिनट भी सत्ता में बने रहने का अधिकार नहीं है. जाप अध्यक्ष ने इस घोटाले की जांच उच्च न्यायालय की निगरानी में सीबीआई से कराने की मांग की. उन्होंने कहा कि आज यहां करोड़ों रुपये सरकार, ठेकेदार, माफिया और अधिकारी द्वारा लूट लिए गए हैं, यह कैग की रिपोर्ट कहती है. सारा खर्च सिर्फ कागजों पर हुए.
पूर्व सांसद ने पटना में जलजमाव पर सरकार द्वारा 13 दिनों में चार करोड़ और बुडको द्वारा 2 दिनों में 24 लाख रुपये का तेल खर्च किए जाने के दावे पर भी सवाल खड़ा किया. उन्होंने कहा कि अगर इतने पैसे खर्च किए गए, तब जनता आज भी हलकान क्यों है? पप्पू यादव ने साफ कहा कि सियासत ने बिहार के लोगों को 'बेचारा' बना डाला है.
Source : आईएएनएस