राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी यादव ने शुक्रवार को बिहार के मुख्यमंत्री पर राज्य में बेरोजगारी, पलायन, गरीबी से निपटने में विफल रहने का आरोप लगाते हुए कहा कि नीतीश कुमार अब थक चुके हैं और बिहार को संभाल नहीं पा रहे हैं. भागलपुर के कहलगांव में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए तेजस्वी ने आरोप लगाया कि राज्य में भुखमरी, बेरोजगारी और पलायन में बेतहाशा इजाफा हुआ है और कोरोना काल में नीतीश ने राज्य के लोगों के साथ मजाक किया.
विपक्षी महागठबंधन के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार तेजस्वी ने कहा कि नीतीश न तो बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिला पाए और ना ही विशेष पैकेज ले सके और वे जनता को गुमराह करने का काम करते हैं. डबल इंजन की सरकार के दावे पर तंज कसते हुए राजद नेता ने कहा कि नीतीश कुमार अब थक चुके हैं तथा बिहार को संभाल नहीं पा रहे हैं लेकिन सत्ता की उनकी चाहत नहीं गई है.
उन्होंने आरोप लगाया कि 500 करोड़ रुपये के आवंटन के बाद भी प्रस्तावित विक्रमशिला केंद्रीय विश्वविद्यालय के लिए वर्षों बाद भी जमीन का अधिग्रहण नहीं हो पाया. तेजस्वी ने कहा कि मैं ठेठ बिहारी हूं तथा मेरा डीएनए पूरी तरह शुद्ध है. मैं जो वादा करता हूं उसे पूरा कर दिखाउंगा. उन्होंने दावा किया कि महागठबंधन की सरकार बनने पर वह राज्य के दस लाख बेरोजगार नौजवानों को सबसे पहले नौकरी और रोजगार के अवसर दिलाएंगे.
उन्होंने कहा कि नियोजित शिक्षकों को समान काम के लिए समान वेतन दिया जाएगा तथा वृद्धा पेंशन को बढ़ाया जाएगा. बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार बनने पर सनोखर को प्रखंड का दर्जा दिया जाएगा तथा क्षेत्र की जर्जर सड़कों का सूरत बदल दिया जाएगा. उन्होंने महागठबंधन को जनादेश देने की अपील करते हुए कहा कि उनकी सरकर आने पर राज्य में पर्यटन और उद्योग को बढ़ावा दिया जाएगा.
Source : Bhasha