इस साल भारत के 4 राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेशों में विधानसभा चुनाव होने हैं. पश्चिम बंगाल, असम, केरल, तमिलनाडु और पुडुचेरी में विधानसभा चुनाव की तैयारियां जोरों पर हैं. 5 जगहों पर हो रहे चुनावों में पश्चिम बंगाल का चुनाव सबसे बड़ा माना जा रहा है क्योंकि यहां पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी की सीधी टक्कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से है. कभी बंगाल में राज करने वाली कम्यूनिस्ट पार्टी का इस बार कोई खास जलवा देखने को नहीं मिल रहा है, लिहाजा इस बार सभी की नजरें टीएमसी और बीजेपी पर ही टिकी हुई हैं. पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव 2021 में बीजेपी नेता बाबुल सुप्रियो एक बड़ा चेहरा हैं. पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव 2021 में बाबुल सुप्रियो दक्षिण 24 परगना जिले के टॉलीगंज विधानसभा सीट से चुनाव लड़ेंगे. पश्चिम बंगाल की राजनीति में बाबुल सुप्रियो एक बड़ा चेहरा हैं. आइए जानते हैं, कैसा रहा बाबुल सुप्रियो का राजनीतिक सफर.
जीवनी
बाबुल सुप्रियो का जन्म 15 दिसंबर 1970 को पश्चिम बंगाल के उत्तरपाड़ा में हुआ था. उनका पूरा नाम बाबुल सुप्रियो बरल है. उनके पिता का नाम सुनील चंद्र बरल और मां का नाम सुमित्रा बरल है. बाबुल ने डॉन बोस्को लिलाह से अपनी स्कूली शिक्षा पूरी की और फिर कलकत्ता विश्वविद्यालय से ग्रेजुएशन किया. पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने कुछ समय तक एक निजी बैंक में भी काम किया. जिसके बाद वे फिल्मी दुनिया में अपना करियर बनाने के लिए मुंबई चले गए. बॉलीवुड में शानदार और यादगार समय गुजारने के बाद बाबुल सुप्रियो ने राजनीति में आने का फैसला कर लिया.
राजनीतिक सफर
बाबुल सुप्रियो ने लोकसभा चुनाव 2014 से ठीक पहले राजनीति में कदम रखा और बीजेपी में शामिल हो गए. पार्टी में शामिल होते ही उन्हें बीजेपी ने पश्चिम बंगाल की आसनसोल लोकसभा सीट से टिकट दे दी. बाबुल ने बीजेपी को बिल्कुल भी निराश नहीं किया और टीएमसी का दबदबा होने के बावजूद अपनी सीट पर बीजेपी को जीत दिला दी. बाबुल की इस जीत से खुश होकर उन्हें नरेंद्र मोदी सरकार में केंद्रीय मंत्री बना दिया गया. केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने बाबुल को कई मंत्रालय की जिम्मेदारी दी. उन्होंने अपने मोदी सरकार के कैबिनेट में रहते हुए शहरी विकास मंत्रालय, आवास और शहरी गरीबी उपशमन मंत्रालय और भारी उद्योग एवं सार्वजनिक उपक्रम मंत्रालय का कामकाज देखा. बंगाल में चुनावी माहौल को देखते हुए बीजेपी ने बाबुल को अब विधानसभा चुनाव के लिए मैदान में उतार दिया है.
HIGHLIGHTS
- 15 दिसंबर 1970 को पश्चिम बंगाल के उत्तरपाड़ा में हुआ था बाबुल का जन्म
- साल 2014 में बीजेपी में शामिल होते ही लड़ा लोकसभा चुनाव और दर्ज की थी जीत