मध्य प्रदेश विधानसभा में बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही पार्टियां अपनों को छोड़ गैरों पर दांव आजामा रही हैं. दोनों दल एक दूसरे के बागियों पर मेहरबान हैं. बीजेपी से पत्ता कटने पर उसके एक मंत्री फूट फूटकर रो पड़े. उनकी आंसूओं पर बीजेपी का दिल तो नहीं पसीजा पर कांग्रेस ने तुरंत टिकट देकर इस बुजर्ग नेता के आंसू पोछ दिए.
हम बात कर रहे हैं बीजेपी के 77 वर्षीय वरिष्ठ नेता एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री सरताज सिंह की. 28 नवंबर को होने वाले चुनाव से ठीक 20 दिन पहले उन्हें बीजेपी ने करारा झटका देते हुए पार्टी टिकट नहीं दिया. इससे वह इतना आहत हुए कि फूट-फूट कर रो पड़े और चंद ही मिनटों बाद बीजेपी को छोड़कर कांग्रेस में शामिल हो गए.
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सरताज सिंह को कांग्रेस में शामिल होने के घंटे भर बाद ही पार्टी ने उन्हें होशंगाबाद विधानसभा क्षेत्र से अपना प्रत्याशी बना दिया. हाथ का साथ मिलने से खुश सरताज सिंह ने कहा, 'मैं कांग्रेस का आभारी हूं कि उसने मुझे होशंगाबाद सीट से टिकट दिया है. मैं 58 साल तक बीजेपी में रहा, लेकिन इसके बावजूद बीजेपी ने मुझे इस बार टिकट नहीं दिया. मैं जनता के बीच रहकर उसकी और सेवा करना चाहता हूं, इसलिए चुनाव लड़ रहा हूं.'
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उन्होंने कहा, 'मैं अपने घर में बैठकर माला नहीं जपना चाहता हूं. मैं लोगों की सेवा करना चाहता हूं.' बीजेपी के सिख चेहरे रहे सरताज सिंह मध्य प्रदेश के होशंगाबाद जिले की सिवनी-मालवा से दो बार विधायक बने. वर्तमान में वह इस सीट से विधायक हैं और इस सीट से टिकट मांग रहे थे.सिंह के आंसू छलकने पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए मध्य प्रदेश बीजेपी प्रवक्ता अनिल सौमित्र ने बताया कि सरताज सिंह द्वारा ऐसा करना अशोभनीय है. सौमित्र ने कहा, 'बीजेपी ने उन्हें बहुत कुछ दिया है. पार्टी ने उन्हें केन्द्रीय मंत्री बनाया, दो बार मध्य प्रदेश का मंत्री बनाया, सांसद (होशंगाबाद से) बनाया एवं विधायक बनाया. इससे ज्यादा वह क्या चाहते हैं?'
दिग्विजय सिंह बोले मुझसे भी ज्यादा जनता के बीच रहते हैं सरताज
सरताज सिंह के कांग्रेस ज्वाइन करने पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने कहा कि वह जब नर्मदा परिक्रमा कर रहे थे उस दौरान उन्होंने एक बच्चे से पूछा था सरताज सिंह कैसे नेता हैं. इस पर उस बच्चे ने कहा कि उन्हें अगर एक फोन लगाया जाए तो उसका जवाब जरूर देते हैं. दिग्विजय सिंह यह भी कहा कि सरताज सिंह मुझसे भी ज्यादा जनता के बीच रहते हैं यह मुझे उस दिन पता चला था. इतना ही नहीं उन्होंने यह भी कहा कि बीजेपी में ऐसे कई लोगों की लिस्ट हैं जिनका बीजेपी सम्मान नहीं करती.
उम्र का हवाला देकर बीजेपी ने मंत्री पद से हटाया था
सरताज सिंह मध्य प्रदेश सरकार में पीडब्ल्यूडी मंत्री थे, लेकिन बढ़ती उम्र का हवाला देकर उन्हें पद से हटा दिया गया था. सरताज होशंगाबाद संसदीय क्षेत्र से 1989 से 1996 तक लगातार तीन चुनाव जीते. 1998 में अर्जुन सिंह को हराया था. 2004 में फिर लोकसभा के लिए चुने गए. वे अटल बिहारी वाजपेयी की 13 दिन की सरकार में कैबिनेट मंत्री भी रहे. उन्होंने 2008 के विधानसभा चुनाव में सिवनी मालवा से हजारी लाल रघुवंशी को हराया. 2013 में भी इसी स्ीट से चुनाव जीता और मंत्री बने.
Source : News Nation Bureau