हरियाणा विधानसभा चुनाव (Haryana Assembly Election) के खंडित नतीजे बीजेपी (BJP) के लिए हताशा भरे जरूर हैं, लेकिन पार्टी निराश नहीं है. राजनीतिक पंडित भले ही दुष्यंत चौटाला (Dushyant Chautala) को किंगमेकर बता रहे हैं, लेकिन बीजेपी के अंदरूनी सूत्रों का कहना है कि पार्टी दुष्यंत चौटाला को किंगमेकर की भूमिका निभाने का मौका ही नहीं देगी. बीजेपी के नेतृत्व में मनोहरलाल खट्टर (Manoharlal Khattar) सरकार बनाने का दावा पेश जरूर करेंगे, लेकिन दुष्यंत चौटाला के भरोसे नहीं, बल्कि निर्दलीय विधायकों के सहारे. दुष्यंत चौटाला को किंगमेकर की भूमिका निभाने का मौका देकर बीजेपी उनके कद को बढ़ाने के मूड में नहीं है. कुछ निर्दलीय विधायकों (Independent MLA) ने मनोहरलाल खट्टर के नेतृत्व में सरकार को समर्थन देने का भरोसा भी दे दिया है और बीजेपी को उम्मीद है कि अन्य निर्दलीय भी पार्टी के साथ आ जाएंगे. निर्दलीय विधायकों को साधने की जिम्मेदारी सांसद सुनीता दुग्गल (Sunita Duggal) को सौंपी गई है.
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सूत्रों का कहना है कि बीजेपी बिना जेजेपी (JJP) के समर्थन के सरकार बनाएगी. 6 निर्दलीय विधायक सिरसा से गोपाल कांडा (Gopal Kanda), रानिया से रणजीत चौटाला (Ranjeet Chautala), बादशाहपुर से राकेश दौलताबाद (Rakesh Daulatabad), पृथला विधानसभा सीट से नयनपाल रावत (Nayanpal Rawat), दादरी से सोपबीर सांगवान (Soapveer Sangwan) और महम से बलराज कुंडू (Balraj Kundu) विधानसभा चुनाव में जीते हैं. BJP सांसद सुनीता दुग्गल दो निर्दलीय विधायकों गोपाल कांडा (Gopal Kanda) और रणजीत सिंह (Ranjit Singh) को एक चार्टर्ड प्लेन से गुरुवार रात को दिल्ली लेकर आईं और कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा से उनकी मुलाकात भी करा दी.
निर्दलीय 6 में से 3 विधायक बलराज कुंडू, नयनपाल रावत, सोमबीर सांगवान इससे पहले बीजेपी में ही थे, लेकिन टिकट नहीं मिलने के कारण उन्होंने बगावत कर दी थी और चुनाव में कूद गए थे. इस लिहाज से बीजेपी को इन नेताओं को मनाने में कोई खास मुश्किलात पेश नहीं आएगी. दूसरी ओर कांग्रेस के दिग्गज भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने हरियाणा के सभी गैर बीजेपी विधायकों से एकजुट होकर साथ आने की अपील की है. वहीं दुष्यंत चौटाला ने अभी अपने पत्ते नहीं खोले हैं.
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बता दें कि हरियाणा की सभी 90 सीटों के नजीते आ चुके हैं, जिसमें बीजेपी ने 40, कांग्रेस ने 31, दुष्यंत चौटाला की पार्टी जेजेपी ने 10 सीटें जीती हैं. 7 निर्दलीय चुनाव में जीते हैं तो इंडियन नेशनल लोकदल ने 1 सीट जीतने के साथ बहुत खराब प्रदर्शन किया है. हरियाणा लोकहित पार्टी गोपाल कांडा विधायक बने हैं. चौटाला खानदान में आपसी कलह के बाद इनेलो में दो फाड़ होने के चलते दुष्यंत ने JJP का गठन किया था. राज्य विधानसभा चुनाव में JJP की झोली में 10 सीटें आई हैं