महाराष्ट्र में पल-पल में राजनीतिक समीकरण बन और बिगड़ रहे हैं विधानसभा चुनाव परिणाम के 17 दिनों की उठापटक के बाद भारतीय जनता पार्टी ने घोषणा कर दी है कि वो महाराष्ट्र में सरकार नहीं बनाएगी. भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत पाटील ने रविवार को राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मुलाकात करने के बाद इस बात की घोषणा की. भारतीय जनता के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत पाटील ने मीडिया से बातचीत करते हुए बताया कि हमारे पास विधायकों की संख्या सरकार बनाने के आंकड़े से कम है जिसकी वजह से हम सबसे बड़ी पार्टी होते हुए भी सरकार नहीं बनाएंगे.
Maharashtra BJP President, Chandrakant Patil after meeting Governor Bhagat Singh Koshyari: We will not form government in the state. pic.twitter.com/Bg3zrAwZzU
— ANI (@ANI) November 10, 2019
उन्होंने बताया कि हम राज्यपाल को यही बात बताने के लिए राजभवन आए थे. वहीं शिवसेना के गठबंधन के बारे में पूछे जाने पर बीजेपी ने कहा कि शिवसेना ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में जनादेश का अपमान किया है. अगर शिवसेना कांग्रेस और राकांपा के समर्थन से महाराष्ट्र में सरकार बनाना चाहती है तो उसे भारतीय जनता पार्टी की तरफ से शुभकामनाएं.
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भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने रविवार को पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ लंबी बैठक करने के बाद राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मुलाकात की. महाराष्ट्र बीजेपी अध्यक्ष चंद्रकांत पाटील ने राज्यपाल के साथ कुछ देर चली बैठक के बाद बाहर निकले. उन्होंने मीडिया से बातचीत के दौरान बताया कि शिवसेना ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2019 में महाराष्ट्र के जनादेश का अपमान किया है. मौजूदा समय में हम सरकार बनाने की स्थिति में नहीं हैं. अगर शिवसेना चाहे तो कांग्रेस और एनसीपी के साथ सरकार बना सकती है. उसके लिए हमारी तरफ से उसे बधाई.
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बीजेपी अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने आगे कहा कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी और शिवसेना ने साथ मिलकर चुनाव लड़ा था महाराष्ट्र की जनता ने इस गठबंधन को एक बेहतरीन जनादेश दिया था जो कि सरकार बनाने के लिए काफी था. शनिवार को महाराष्ट्र के राज्यपाल ने सबसे बड़ी पार्टी होने के नाते हमारी पार्टी को सरकार बनाने का न्योता दिया, लेकिन शिवसेना ने महाराष्ट्र की जनता का जनादेश का अनादर करते हुए शिवसेना ने साथ मिलकर सरकार बनाने से इंकार कर दिया.