उत्तर प्रदेश के हापुड़-मेरठ में सट्टा बाजार चलाने वाले सट्टेबाज फरवरी-मार्च विधानसभा चुनाव में सत्ताधारी भाजपा की जीत पर दांव लगा रहे हैं. सटोरियों ने शुरूआती रुझानों में राज्य की कुल 403 सीटों में से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को करीब 230 सीटें मिलने की उम्मीद की है. वहीं सटोरियों के शुरूआती रुझानों में समाजवादी पार्टी (सपा) 130 सीटों के साथ दूसरे नंबर पर है. हालांकि सटोरिये अभी तक कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (आप) को कोई सीट नहीं दे रहे हैं. उनका कहना है कि वे अपने शुरूआती रुझानों के आधार पर बोल रहे हैं और आने वाले चरणों में बहुस्तरीय चुनाव में स्थिति बदल सकती है, लेकिन उनकी ओर से जो संभावना जताई जा रही है, वह फिलहाल बीजेपी के लिए अच्छी खबर दिखाई दे रही है.
उनके अपने रुझानों के अनुसार भाजपा को लगभग 60 से 70 सीटों का नुकसान होगा, लेकिन वह यूपी चुनाव में सबसे मजबूत पार्टी के रूप में उभरेगी. इस बारे में सट्टेबाज कपिल (अनुरोध पर नाम बदला गया है) ने बात करते हुए कहा, हालांकि बहुत सी चीजें भाजपा के खिलाफ गई हैं, लेकिन फिर भी जीत हासिल करते दिख रहे हैं. भाजपा ने कृषि बिल वापस ले लिया. लखीमपुर खीरी की घटना भी भगवा पार्टी के खिलाफ रही है, लेकिन फिर भी हमने यह पाया है कि वे फिर से जीतने जा रहे हैं. हमारे रुझान के अनुसार, वे लगभग 230 सीटें जीत रहे हैं. समाजवादी पार्टी 130 सीटें जीत रही है. आने वाले चरण के चुनाव में, यह संख्या बदल सकती है, लेकिन यह एक हल्का बदलाव होगा, जिसकी हम उम्मीद करते हैं.
एक अन्य सट्टेबाज ने नाम जाहिर करने से इनकार करते हुए कहा कि अभी तक वे भाजपा और सपा की सीटों की संख्या पर दांव लगा रहे हैं. उसने कहा कि बाकी चीजों को अगले चरण के चुनाव में साफ कर दिया जाएगा. सट्टेबाज ने कहा, हम बीजेपी के लिए अभी 1,000 के लिए 1,000 की पेशकश कर रहे हैं. पहले चरण के चुनाव के बाद, यह मौजूदा रुझानों के आधार पर 1,000 से 5,000 या 10,000 में बदल सकता है. हम अपने सेशन के रुझानों के आधार पर बीजेपी को 230 सीटें दे रहे हैं. हमारे पास कांग्रेस के लिए कोई रेट नहीं है. समाजवादी पार्टी की सेशन रेट 130 सीटों के लिए है.
सटोरियों ने कहा कि वे मुख्यमंत्री के नाम पर सट्टा नहीं लगा रहे हैं. उन्होंने कहा कि पार्टी की पसंद के अनुसार, नाम बदल सकता है और इसलिए वे केवल पार्टी के नाम पर ही दांव लगा रहे हैं. वे बस वही अनुमान लगा रहे हैं कि कौन सी पार्टी कितनी सीटें हासिल कर सकती हैं. एक सट्टेबाज ने कहा, मुख्यमंत्री कौन होगा, यह हमारी सूची में नहीं है. हम पार्टी और कुल सीटों पर दांव लगा रहे हैं, जो वे जीतने जा रहे हैं. हर चरण के चुनाव के बाद रेट बदल जाएंगे.
HIGHLIGHTS
- उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में सटोरियों की पौ बारह
- फिलवक्त कुछ नुकसान के बावजूद बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी
- कांग्रेस को लेकर कहीं कोई मोल-भाव नहीं है, लड़ाई में नहीं