आज उसकी आज शादी है और वह सात फेरे और सात बंधन में बंधने वाली है ,लेकिन इन सब बंधनों से ऊपर एक बंधन इस देश की अखंडता से है और इसी के चलते इंदौर के राजेंद्र नगर में रहने वाली एक दुल्हन ने सात फेरों के बंधन से पहले देश के लोकतांत्रिक बंधन से जुड़ा अपना रिश्ता निभाना जरूरी समझा और वह वोट देने मतदान केंद्र पहुच गई.
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दरअसल यह मामला इंदौर के राजेंद्र नगर का है यहां रहने वाली हीरा बागरी कि आज भोपाल के राजेश से शादी होना है. हीरा के घर में शहनाई की गूंज बज रही है घर में रिश्तेदारों की भीड़ लगी है. हल्दी की रस्म हो चुकी है लेकिन और भी रस्में में होना बाकी है. जिसके चलते रिश्तेदार और परिवार वालों के बार-बार हीरा को रोकने की कोशिश कर रहे थे. बावजूद इसके हीरा ने अपने लोकतांत्रिक बंधन को कायम रखने की शपथ ली और वह शपथ उसे मतदान केंद्र तक खींच लाई .हीरा अपने माता-पिता मीना बाई और हेमू बागरी के साथ इंदौर के आईपीएस कॉलेज स्थित मतदान केंद्र पहुंची और यहां उसने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया .
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उससे जब पूछा गया कि आखिर क्या वजह थी जो उसे शादी से पहले जरूरी लगी और उसने मतदान किया .इस पर हीरा ने कहा कि यह उसका लोकतांत्रिक अधिकार है. जिससे हम सरकार का चुनाव करते हैं .यह हमारा मताधिकार है और उसकी प्रेरणा उसे उसके माता-पिता से मिली है. जो पिछले 35 सालों से हर बार चुनाव से मतदान करने आते हैं .
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इस बार शादी के चलते माता पिता की हिम्मत टूटी तो हीरा ने उनकी वोट डालने की परंपरा को कायम रखने के लिए प्रेरित किया. जिस पर उसके माता-पिता उसके साथ मतदान करने पहुंचे . यही नही हीरा ने होने वाले पति को भी वोट देने के लिए प्रेरित किया . जो भोपाल में वोट देने के बाद इंदौर पहुंचे. हीरा आज रात सात फेरे लेकर 7 बंधनों में बन जाएगी ,लेकिन उसका भी लोकतांत्रिक बंधन उसके हर बंधन से महत्वपूर्ण दिखाई पड़ रहा है. जो हीरा के एक सच्चे भारतीय होने की पहचान अदा करता है .
Source : ADITYA SISODIA