दिल्ली चुनावों से पहले नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के विरोध के नाम पर शाहीन बाग में बैठे प्रदर्शनकारी अब बीच रोड पर लगे टेंट में दिखाई नहीं दे रहे. वहां खाली पड़े टेंट को देख ऐसा लग रहा है कि प्रदर्शनकारी संविधान को भूलकर अरविंज केजरीवाल का गुणगान करने में लगे हुए हैं, जोकि एक तरह से शाहीन बाग की खिलाफत के बराबर है. इस बीच बीजेपी आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय (Amit Malviya) ने कहा कि AAP चुनाव जीत गई और शाहीन बाग प्रदर्शनकारी घर चले गए.
मंगलवार को मतगणना के दिन शाहीन बाग में सन्नाटा है, जहां सुबह से प्रदर्शनकारी जुटने लगते थे, वहीं मंगलवार को शाहीन बाग पूरी तरह खाली नजर आया, दोपहर में मात्र इक्का-दुक्का लोग दिखाई दिए. क्या शाहीन बाग दिल्ली विधान सभा चुनाव स्टंट का एक हिस्सा था? उन्हें अब जब कोई हटा नहीं रहा है तो वे खुद ही शाहीन बाग छोड़ के क्यों चले गए हैं?
दरअसल, शाहीन बाग क्षेत्र ओखला विधानसभा क्षेत्र में आता है. यही कारण रहा कि वोटिंग वाले दिन मतदान स्थल पर मतदाताओं की खासी भीड़ नजर आई. भीड़ भी इस कदर कि करीब 500 मीटर लंबी वोटरों की लाइन लग गई. हालांकि, क्षेत्र से आप उम्मीदवार अमानतुल्ला खान के जीतने पर लोगों में खुशी भी देखी जा रही है.
Source : News Nation Bureau