आम आदमी पार्टी (आप) पंजाब के मुख्यमंत्री उम्मीदवार भगवंत मान ने दावा किया कि गठजोड़ कर के भी कैप्टन-अकाली और भाजपा पंजाब में सरकार नहीं बना सकती. मान ने कहा कि अकाली दल, भाजपा और कैप्टन अमरिंदर सिंह ने किसानों, मजदूरों और पंजाब के लोगों को हमेशा धोखा दिया है, इसलिए पंजाब के वोटरों ने इन सभी पारंपरिक पार्टियों को नकार दिया है. लेकिन सत्ता के लोभ में तीनों पार्टियां मिलकर आम आदमी पार्टी की सरकार बनने से रोकने का पूरा प्रयास कर रही हैं. यही कारण है कि अकाली नेता बिक्रम सिंह मजीठिया समेत भाजपा के नेता अमित शाह और अन्य नेता पंजाब में सरकार बनाने की घटिया चालें रहे हैं.
पार्टी मुख्यालय से मंगलवार को जारी एक बयान में भगवंत मान ने कहा कि भाजपा के राष्ट्रीय नेता और गृह मंत्री अमित शाह पंजाब में सरकार बनाने के लिए अकाली-भाजपा के साथ गठबंधन करने की बात कर रहे हैं. उनसे पहले अकाली नेता बिक्रम मजीठिया भी भाजपा के साथ गठजोड़ होने का ऐलान कर चुके हैं. मान ने कहा कि इन नेताओं द्वारा किए गए दावों ने साबित कर दिया कि अकाली दल, भाजपा का मकसद केवल जनता का वोट लेना ही था, जबकि सच तो यह है कि अंदर खाते दोनों पार्टियों का गठबंधन अभी भी जारी है. अकाली दल ने भाजपा से अलग होकर और चुनाव लड़ कर किसानों और पंजाबियों की आंखों में धूल झोंकने का प्रयास किया है.
मान ने कहा कि बादल परिवार और कैप्टन अमरिंदर सिंह ने भाजपा के साथ मिलकर देश के किसानों और पंजाबियों के साथ विश्वासघात किया है. दिखावे के लिए अकाली दल बादल ने कैप्टन अमरिंदर सिंह और भाजपा से अलग चुनाव लड़ा , लेकिन आंतरिक रूप से अकाली दल बादल और भाजपा एक थे. उन्होंने कहा कि अकाली-भाजपा ने केंद्र सरकार में किसान विरोधी काले कृषि कानूनों का समर्थन किया था और इसके समर्थन में भी मीडिया के सामने सार्वजनिक रूप से बयान दिया था, लेकिन किसान आंदोलन की लोकप्रियता के डर से बादल ने भाजपा से नाता तोड़ने का नाटक किया. अब विक्रम मजीठिया ने उस नाटक पर से पर्दा हटा दिया है.
मान ने कहा कि अब अमित शाह और पंजाब के उम्मीदवार फतेह जंग बाजवा ने भी राज्य में भाजपा की सरकार बनाने का दावा किया है और इसके लिए शिअद-भाजपा के साथ गठबंधन की पुष्टि की है, लेकिन 10 मार्च को आने वाले नतीजे किसानों और पंजाबियों के साथ विश्वासघात करने वालों की उम्मीदों के खिलाफ होंगे क्योंकि पंजाब की जनता ने इस बार सरकार बदलने के लिए वोट किया है, और बदलाव का मतलब स्पष्ट है कि इस बार पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार बनेगी.
Source : News Nation Bureau