कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पंजाब विधानसभा चुनाव के मद्देनजर पार्टी की तैयारियों को लेकर बैठक की है. कांग्रेस अध्यक्ष ने कैप्टन अमरिंदर सिंह के पार्टी विस्तार पर भी चर्चा की. दरअसल पंजाब कांग्रेस के कई विधायक कैप्टन के संपर्क में हैं. ऐसे में पार्टी को इसका नुकसान उठाना पड़ सकता है. सूत्रों के अनुसार इस बार कांग्रेस लगभग 60 मौजूदा विधायकों को टिकट देकर चुनाव मैदान में उतारने की तैयारी कर रही है. इनमें से 17 ऐसे विधायक हैं, जिनके टिकट पर संशय बना हुआ है. इनमें से अधिकतर विधायक पूर्व मुख्यमंत्री और पीएलसी के प्रधान कैप्टन अमरिंदर सिंह के करीबी बताए जा रहे हैं.
एकजुट होकर चुनाव लड़ने के निर्देश
पार्टी सूत्रों के अनुसार इस बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात करने उनके आवास 10 जनपथ पर पंजाब सांसद प्रताप सिंह बाजवा, संतोख चौधरी, अमर सिंह, मनीष तिवारी पहुंचे. दरअसल एक दिन पहले ही पंजाब कांग्रेस के नेताओं की बैठक में यह तय किया गया था कि पार्टी के पूर्व अध्यक्ष और वरिष्ठ नेता राहुल गांधी राज्य में विधानसभा चुनावों के लिए पार्टी के अभियान की औपचारिक शुरूआत करेंगे. राहुल गांधी के इसी चुनावी अभियान को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष ने सांसदों से उनका फीडबैक लिया. इसके साथ ही पार्टी अध्यक्ष ने सांसदों को एकजुट होकर चुनाव में जाने के निर्देश दिए.
यह भी पढ़ेंः Omicron की 16 राज्यों में दस्तक, 346 पहुंची नए संक्रमितों की संख्या
विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस वॉर रूम सक्रिय
गौरतलब है कि बुधवार को दिल्ली में पंजाब विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस वॉर रूम में एक अहम बैठक हुई. बैठक में पंजाब प्रभारी हरीश चौधरी, पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी, स्क्रीनिंग कमेटी के अध्यक्ष अजय माकन, प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू शामिल हुए थे. बैठक के बाद हरीश चौधरी ने कहा था कि पंजाब विधानसभा चुनाव में पार्टी एक परिवार से केवल एक ही उम्मीदवार को टिकट देगी. बैठक में 117 सीटों पर उम्मीदवारों की चर्चा हुई. बताते हैं कि संसद सत्र के बाद कांग्रेस पार्टी ने उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड समेत पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने उम्मीदवारों की चयन प्रक्रिया तेज कर दी है. इसी सिलसिले में पंजाब विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पंजाब के सांसदों से उनकी राय ली.
HIGHLIGHTS
- पंजाब के मौजूदा 60 विधायकों को दिए जाएंगे टिकट
- कैप्टन के नजदीकी विधायकों और नेताओं पर है संशय
- पंजाब के बाद उत्तराखंड की तैयारियों पर रहेगा जोर