पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी और कांग्रेस उम्मीदवार शुभदीप सिंह उर्फ सिद्धू मूसेवाला पर रविवार के विधानसभा चुनाव प्रचार के आखिरी दिन शुक्रवार को मानसा जिले में चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन करने का मामला दर्ज किया गया है. शुक्रवार शाम को चुनाव प्रचार समाप्त होने के बाद कथित तौर पर मानसा विधानसभा क्षेत्र में घर-घर जाकर प्रचार करने के आरोप में चन्नी और मूसेवाला के खिलाफ आईपीसी की धारा 188 के तहत मामला दर्ज किया गया है.
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चुनाव आयोग के दिशानिर्देशों के अनुसार, उम्मीदवारों को 18 फरवरी को शाम 6 बजे के बाद अपना प्रचार बंद करना था. चन्नी ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं और मानसा उम्मीदवार सिद्धू मूसेवाला के साथ एक पद यात्रा (पैदल मार्च) की थी. इस बीच, पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने सिख फॉर जस्टिस (SFJ) द्वारा गुरमुखी में लिखे एक पत्र को गृह मंत्री अमित शाह को भेजा, जिसमें उनसे आम आदमी पार्टी और उसके प्रमुख अरविंद केजरीवाल के साथ खालिस्तानी संबंधों के खिलाफ कार्रवाई करने का आग्रह किया गया था.
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को कहा कि केंद्र ने एक खालिस्तान समर्थक समूह के आम आदमी पार्टी (आप) को समर्थन देने वाले पत्र को गंभीरता से लिया है. शाह ने चन्नी के पत्र के जवाब में कहा कि किसी को भी भारत की एकता और अखंडता के साथ खिलवाड़ नहीं करने दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि यह बेहद निंदनीय है कि सत्ता हथियाने के लिए कुछ लोग अलगाववादियों से हाथ मिलाने की हद तक चले जाते हैं और पंजाब और देश को तोड़ने की हद तक चले जाते हैं. उन्होंने यह बात चन्नी द्वारा लिखे गए उस पत्र के जवाब में कही जिसमें दावा किया गया था कि उन्हें एसएफजे का एक पत्र मिला है जिससे पता चलता है कि समूह आप के साथ लगातार संपर्क में है. पंजाब विधानसभा चुनाव के लिए मतदान 20 फरवरी को होगा.
HIGHLIGHTS
- चुनाव प्रचार के आखिरी दिन आचार संहिता उल्लंघन का आरोप
- चुनाव प्रचार समाप्त होने के बाद भी करते रहे थे प्रचार
- सीएम चन्नी और उम्मीदवार सिद्धू मूसेवाला ने की थी पद यात्रा