पंजाब में कांग्रेस के मुख्यमंत्री उम्मीदवार चरणजीत चन्नी होंगे. प्रचार के पोस्टर, होर्डिंग्स तैयार कर लिए गए हैं. चन्नी के 111 दिनों के कामकाज और 23 अहम फैसलों के साथ कांग्रेस पार्टी का पोस्टर लॉन्च किया गया है. चन्नी के पोस्टर, होर्डिंग और प्रचार सामग्री पंजाब के 117 निर्वाचन क्षेत्रों में प्रचार के लिए भेजा गया है. बीते कई दिनों से नवजोत सिंह सिद्धू और चरणजीत सिंह चन्नी के नामों को लेकर पार्टी के अंदर घमासान बरकरार था. इस बीच कांग्रेस ने अपने पोस्टर के जारिए चन्नी के नाम पर मुहर लगा दी है.
बीते कुछ हफ्तों में पंजाब के सीएम चरणजीत सिंह चन्नी और प्रदेश कांग्रेस प्रमुख नवजोत सिंह सिद्धू ने प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से खुद को पार्टी के सीएम पद के उम्मीदवार के रूप में घोषित करने की बात कर रहे हैं. मगर चरणजीत सिंह चन्नी इस रेस में बाजी मारते हुए दिखाई दे रहे थे. चरणजीत सिंह चन्नी अनुसूचित जाति समुदाय से हैं। उन्हें दो विधानसभा सीटो चमकौर साहिब और भदौड़ से मैदान में उतारा गया है. कांग्रेस पूर्व सीएम अमरिंदर सिंह की जगह चन्नी को चुनकर अनुसूचित जाति वोट बैंक को मजबूत करने की कोशिश कर रही है, इस समुदाय की पंजाब की आबादी में करीब एक तिहाई हिस्सेदारी है.
17 साल का ट्रैक रिकॉर्ड की बात कह रहे हैं सिद्धू
बीते कई दिनों से पंजाब के लिए कांग्रेस के संभावित मुख्यमंत्री घोषित होने की दौड़ में सिद्धू मुख्यमंत्री चन्नी के साथ प्रतिस्पर्धा कर रहे हैं. चन्नी के भतीजे भूपेंद्र सिंह हनी को प्रवर्तन निदेशालय द्वारा अवैध रेत खनन मामले में गिरफ्तारी के बाद सिद्धू ने अपनी बात रखी और कहा कि किसी भी मुख्यमंत्री की पसंद के लिए नैतिक अधिकार और 17 साल का ट्रैक रिकॉर्ड होना चाहिए. सिद्धू ने कहा, मैं खुद को सीएम उम्मीदवार नहीं कह सकता, लेकिन आप कितने लोगों को देखते हैं जो सेलिब्रिटी हैं और छह चुनाव जीते हैं? केवल वे लोग ही मुख्यमंत्री को चुन सकते हैं. लोगों की आवाज भगवान की आवाज है. मैं कह सकता हूं कि मैं दूसरों के लिए जिम्मेदार नहीं हूं, लेकिन नवजोत सिंह सिद्धू चवन्नी रावदार नहीं है. सिद्धू से यह पूछे जाने पर कि क्या उनकी पार्टी जो भी फैसला करेगी, क्या वह स्वीकार करेंगे. इसके जवाब में सिद्धू ने कहा, मेरे स्वीकार करने या न करने का सवाल नहीं है. लोग इसे स्वीकार करेंगे. आपका नेता जो भी होगा उसे 60 विधायकों के समर्थन की आवश्यकता होगी. आप विधायकों के बिना मुख्यमंत्री कैसे बन सकते हैं. पंजाब में 20 फरवरी को मतदान और 10 मार्च को नतीजे घोषित किए जाएंगे.
Source : Mohit Bakshi