छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव की घोषणा के बाद से ही चुनावी फ़िज़ाओं में कई तरह के सवाल घूमने लगे हैं मसलन- इस बार कौन जीतेगा? क्या मुख्यमंत्री रमन सिंह चौथी बार फिर से सूबे के मुख्यमंत्री बन पाएंगे? कांग्रेस का सीएम उम्मीदवार कौन होगा? ज़ाहिर है छत्तीसगढ़ में दो चरणों में 12 और 20 नवंबर को चुनाव होंगे। जबकि मतों की गिनती 11 दिसंबर को होगी लेकिन एक सवाल जो सबके ज़ेहन में बार-बार घूम रहा होगा कि इस बार छत्तीसगढ़ में चुनावी मुद्दा क्या होगा।
यानी कि इस बार बीजेपी और कांग्रेस को वोट देने से पहले राज्य में रहने वाले लोगों की सोच क्या होगी। आपके पसंदीदा चैनल न्यूज़ नेशन और न्यूज़ स्टेट ने इस बारे में लोगों से भी उनकी राय जानने की कोशिश की है। इस के लिए हमने कुछ मुद्दे भी तय किए हैं जो इस प्रकार है-
छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में वोट देते समय आपके लिए सबसे बड़ा मुद्दा क्या होगा ?
बेरोजगारी- 22 प्रतिशत
महंगाई- 20 प्रतिशत
भ्रष्टाचार- 16 प्रतिशत
स्थानीय प्रत्याशी- 9 प्रतिशत
बिजली/पानी/सड़क- 6 प्रतिशत
खेती किसानी- 6 प्रतिशत
नक्सल समस्या- 5 प्रतिशत
मुख्यमंत्री उम्मीदवार- 5 प्रतिशत
एससी एसटी एक्ट- 4 प्रतिशत
स्थिर सरकार- 3 प्रतिशत
जाति / समुदाय- 1 प्रतिशत
नोटबंदी - जीएसटी- 1 प्रतिशत
गोरक्षा- 0
कह नहीं सकते- 2
आपके हिसाब से आपके मुद्दे को कौन सी पार्टी बेहतर ढंग से निबटा सकती है ?
बीजेपी- 39 प्रतिशत
कांग्रेस- 33 प्रतिशत
जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़- 4 प्रतिशत
अन्य- 7 प्रतिशत
कह नहीं सकते- 17 प्रतिशत
छत्तीसगढ़ के अगले मुख्यमंत्री के लिए इनमें से सबसे उपयुक्त नेता कौन हैं ?
रमन सिंह- 36 प्रतिशत
भूपेश बघेल- 19 प्रतिशत
अजीत जोगी- 10 प्रतिशत
कोई दूसरा बीजेपी नेता- 8 प्रतिशत
कोई दूसरा कांग्रेस नेता- 13 प्रतिशत
अन्य- 6 प्रतिशत
कह नहीं सकते- 8 प्रतिशत
क्या कांग्रेस को अपना मुख्यमंत्री उम्मीदवार घोषित कर देना चाहिए ?
हां- 58 प्रतिशत
नहीं- 21 प्रतिशत
कह नहीं सकते- 21 प्रतिशत
क्या आप मुख्यमंत्री के तौर पर रमन सिंह चौहान के कामकाज से संतुष्ट हैं ?
हां- 47 प्रतिशत
नहीं- 42 प्रतिशत
कह नहीं सकते- 11 प्रतिशत
छत्तीसगढ़ में बीजेपी 15 साल से सरकार में हैं । क्या मतदाता अब बदलाव चाहता है ?
हां- 58 प्रतिशत
नहीं- 32 प्रतिशत
कह नहीं सकते- 10
छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में किस नेता के चुनाव प्रचार का ज्यादा असर होगा ?
नरेन्द्र मोदी- 41 प्रतिशत
रमन सिंह- 17 प्रतिशत
अजीत जोगी- 9 प्रतिशत
राहुल गांधी- 15 प्रतिशत
भूपेश बघेल- 2 प्रतिशत
कह नहीं सकते- 16 प्रतिशत
क्या आप अपने विधायक के कामकाज से संतुष्ट हैं ?
हां- 33 प्रतिशत
नहीं- 58 प्रतिशत
कह नहीं सकते- 9 प्रतिशत
मुख्यमंत्री रमन सिंह की लोकप्रियता की वजह किसे मानते हैं?
कुशल प्रशासन को- 29 प्रतिशत
उनकी चावल वाले बाबा की छवि को- 28 प्रतिशत
लोकलुभावन योजनाओं को- 24 प्रतिशत
इनमें से कोई भी नहीं- 11 प्रतिशत
कह नहीं सकते प्रतिशत- 8 प्रतिशत
अजीत जोगी के अपनी अलग पार्टी बनाने से कांग्रेस को फायदा होगा या नुकसान ?
फायदा- 22 प्रतिशत
नुकसान- 60 प्रतिशत
कह नहीं सकते- 18 प्रतिशत
आदिवासी इलाकों के पिछड़ेपन के लिये किसे जिम्मेदार मानते हैं ?
राज्य सरकार को- 45 प्रतिशत
नक्सलियों को- 38 प्रतिशत
कह नहीं सकते- 17 प्रतिशत
रमन सिंह अपने राजनीतिक जीवन का सबसे कठिन चुनाव लड़ने जा रहे हैं । आप इस बात से सहमत हैं या असहमत?
सहमत 55
असहमत 32
कह नहीं सकते 13
NEWS NATION PROJECTION ( VOTE SHARE )
BJP 38
CONG 36
JCC 5
OTH 4
CANT SAY 17
NEWS NATION PROJECTION ( SEAT ) RANGE
MIN MAX
BJP 43 47
CONG 36 40
JCC 3 7
OTH 1 3
छत्तीसगढ़ की नक्सल प्रभावित 18 सीटों पर पहले चरण में 12 नवंबर को मतदान होगा. इसके लिए 16 अक्तूबर को अधिसूचना जारी की जायेगी. नामांकन की अंतिम तारीख 23 अक्तूबर होगी. इसके अगले दिन यानी 24 अक्टूबर को नामांकन पत्रों की जांच होगी, जबकि नामांकन वापसी की अंतिम तारीख 26 अक्तूबर तय की गयी है.
वहीं दूसरे चरण में राज्य की शेष 72 सीटों के लिए अधिसूचना 26 अक्तूबर को जारी की जायेगी. नामांकन की अंतिम तिथि 2 नवंबर, नामांकन पत्रों की जांच 3 नवंबर और नामांकन वापसी की अंतिम तिथि 5 नवंबर तय की गयी है. इन सीटों पर 20 नवंबर को मतदान होगा.
किन पार्टियों के बीच है मुकाबला
छत्तीसगढ़ में इस बार मुकाबला सीधे तौर पर कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल और मुख्यमंत्री रमन सिंह के बीच है. लेकिन राज्य में मायावती और अजीत जोगी के द्वारा बनाए गए गठबंधन से बीजेपी और कांग्रेस दोनों के लिए नई मुश्किल खड़ी होती दिख रही है. अजीत जोगी और मायावती का गठबंधन छत्तीसगढ़ में किंगमेकर की भूमिका भी निभा सकती है.
छत्तीसगढ़ के अहम मुद्दे
नक्सली समस्या, रोजगार, किसानों की मौत, शिक्षा व्यवस्था, पीने का पानी, सुपेबेड़ा मौतों का मामला, कथित सीडी कांड, पत्थलगड़ी, कांग्रेस नेताओं पर लाठीचार्ज जैसे मुद्दे काफी अहम होने वाले हैं. इन सब मुद्दों पर सरकार को विपक्षी पार्टियां घेरने की पूरी तैयारी में है.
Source : News Nation Bureau