छत्तीसगढ़ में भारी जीत के बाद बीजेपी गदगद है. 90 विधानसभा सीटों में 54 सीट पर पार्टी की जीत के बाद अब कौन बनेगा मुख्यमंत्री को लेकर चर्चाओं का दौर शुरू हो गया. सियासी गलियारों से लेकर चौक चौराहों पर इस बात की चर्चा हो रही है कि छत्तीसगढ़ का मुख्यमंत्री कौन बनेगा. इसी कड़ी में बीजेपी ने रविवार (10 दिसंबर) को विधायक दल की बैठक बुलाई है. दोपहर 12 बजे से लेकर 2 बजे के बीच विधायक दल की बैठक होगी. इसके बाद लंच पर ही पर्यवेक्षक विधायकों से मुलाकात करेंगे और उनके विचार जानने की कोशिश करेंगे.
दरअसल, बीजेपी ने छत्तीसगढ़ के लिए अर्जुन मुंडा, सर्वानंद सोनोवाल और दुष्यंत कुमार गौतम को पर्यवेक्षक नियुक्त किया है. इसके बाद अब यह माना जा रहा है कि रायपुर में प्रदेश प्रभारी ओम माथुर और नितिन नबीन के साथ तीनों पर्यवेक्षक विधायकों से रायशुमारी करेंगे. फिर विधायक दल की बैठक में सीएम के नाम का ऐलान भी किया जा सकता है. हालांकि, मुख्यमंत्री की रेस में रमन सिंह का नाम सबसे ऊपर है. राज्य में तीन बार के मुख्यमंत्री रमन सिंह का सियासी अनुभव काफी गहरा है.
यह भी पढ़ें: सांसद दानिश अली को बसपा से किया निलंबित, जानें क्या थी वजह?
नए चेहरों पर दांव लगा सकती है बीजेपी
सियासी गलियारों में ये भी चर्चा है कि बीजेपी नए चेहरों को मौका दे सकती है. क्योंकि बीजेपी को आदिवासी का एकमुश्त वोट पड़ा है. आदिवासी समाज ने बीजेपी के पक्ष में थोक में मतदान किया है. ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि बीजेपी आदिवासी चेहरा को मुख्यमंत्री पद का दावेदार बना सकती है. बीजेपी पहले भी नए चेहरों पर दांव लगाने के लिए चर्चित रही है. गुजरात में विजय रुपानी को मुख्यमंत्री पद से हटाकर भूपेंद्र पटेल को पार्टी ने सीएम बना दिया था. ऐसे में इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता कि पार्टी यहां भी कोई नए चेहरे पर दांव लगा सकती है. हालांकि, अभी इसकी कोई चर्चा नहीं है.
Source : News Nation Bureau