मध्यप्रदेश में कमल नाथ ही होंगे अगले सीएम. प्रदेश कांग्रेस कमिटी के दफ़्तर में विधायक दल की बैठक के दौरान रात 11.48 बजे सीएम के नाम की औपचारिक घोषणा की गई. इस दौरान कमल नाथ के साथ ज्योतिरादित्य सिंधिया, पर्यवेक्षक एके एंटनी व प्रदेश प्रभारी दीपक बावरिया भी मौजूद थे. पर्यवेक्षक एके एंटनी ने कमल नाथ के नाम की औपचारिक घोषणा की. जिसके बाद कमल नाथ ने उनसे माइक लेकर सभी लोगों का शुक्रिया अदा किया. मीडिया से बात करते हुए कमल नाथ ने कहा, 'शुक्रवार को सुबह 10.30 बजे राज्यपाल से मुलाक़ात करूंगा उसके बाद शपथ ग्रहण के तारीख़ की घोषणा की जाएगी.' वहीं कांग्रेस के घोषणा पत्र को लेकर कमल नाथ ने कहा कि 'जो वादा किया है वो पूरा निभाएंगे. मध्यप्रदेश का भविष्य सुरक्षित है कोशिश रहेगी की मध्यप्रदेश की जनता के भरोसे का क़ाबिल बना रहूं.'
इससे पहले विधायक दल की बैठक में कमल नाथ को सर्वसम्मति से नेता चुना गया. कमल नाथ ने सभी विधायकों को संबोधित करते हुए ज्योतिरादित्य सिंधिया और समर्थकों का आभार जताया. उन्होंने कहा कि मैने ज्योतिरादित्य सिंधिया के पिता माधवराव सिंधिया के साथ काम किया था इसलिए मैं उनका ख़ास शुक्रिया अदा करता हूं कि उन्होंने मेरे नेतृत्व में भरोसा दिखाया. उन्होंने कहा, 'यह पद मेरे लिए मील का पत्थर साबित हुआ है. 13 दिसंबर को ही इंदिरा गांधी छिंदवाड़ा आईं थी और मुझे जनता को सौंपा था. आज ही के दिन मुझे यह महत्वपूर्ण ज़िम्मेदारी दी गई है. मैने संजय गांधी, राजीव गांधी, माधवराव सिंधिया के साथ काम किया है और अब उनके बेटे ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ काम करने का मौक़ा मिल रहा है. सभी का दिल से शुक्रिया.'
वहीं कांग्रेस के ट्वीटर हैंडल पर भी कमल नाथ को मध्यप्रदेश के अगले सीएम बनने की बधाई दी गई. इसके साथ ही यह भी स्पष्ट कर दिया गया है कि राज्य में कोई उप-मुख्यमंत्री पद नहीं होगा. कांग्रेस ने ट्वीटर हैंडल पर कमल नाथ को बधाई देते हुए लिखा, 'कमल नाथ को मध्यप्रदेश का अगला मुख्यमंत्री चुने जाने की बधाई, हमें उम्मीद है कि उनके साथ मध्यप्रदेश का दौर बदलेगा.'
Our best wishes to Shri @OfficeOfKNath for being elected CM of Madhya Pradesh. An era of change is upon MP with him at the helm. pic.twitter.com/iHJe43AB9v
— Congress (@INCIndia) December 13, 2018
वहीं अर्जुन सिंह के पुत्र और विधानसभा में विपक्ष के नेता अजय सिंह ने एक ट्वीट में लिखा 'कांग्रेस विधायक दल द्वारा कमलनाथ जी को सर्वसम्मति से मुख्यमंत्री के रूप में चुने जाने पर हार्दिक बधाई. आपके ऊर्जावान नेतृत्व में कांग्रेस अपने वचनपत्र को पूरा करेगी और मध्यप्रदेश को समृद्धि की नई की नई ऊंचाइयों पर पहुंचाएगी.'
बता दें कि पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी कमल नाथ को अपना तीसरा बेटा मानती थीं, जिन्होंने 1979 में मोरारजी देसाई की सरकार से मुकाबले में मदद की थी. 39 साल बाद 72 वर्षीय कमलनाथ ने इंदिरा के पोते कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के लिए भी मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में दमदार भूमिका निभाई.
इससे पहले गुरुवार को राहुल गांधी के दिल्ली स्थित आवास पर लगभग 4-5 घंटे की बैठक हुई. बैठक के बाद ही मुख्यमंत्री पद के लिए कमल नाथ के नाम पर मुहर लग गई थी.
राहुल गांधी के साथ मुलाक़ात ख़त्म होने के बाद कमल नाथ ज्योतिरादित्य सिंधिया, पर्यवेक्षक एके एंटनी व प्रदेश प्रभारी दीपक बावरिया के साथ भोपाल के लिए रवाना हुए. भोपाल रवाना होने से पहले कमल नाथ ने मीडिया से बात करते हुए कहा, 'मैं भोपाल जा रहा हूं. वहां विधायक दल की बैठक होगी और उसके बाद सीएम के नाम का एलान किया जाएगा.'
वहीं ज्योतिरादित्य सिंधिया राहुल गांधी के आवास से बाहर निकले. उन्होंने कहा कि 'यह कुर्सी की रेस नहीं है बल्कि हमलोग मध्यप्रदेश की जनता के लिए काम करने के लिए आए हैं. मैं भोपाल के लिए रवाना हो रहा हूं और आज ही मुख्यमंत्री के नाम की घोषणा हो जाएगी.'
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वहीं राजघराने से नाता रखने वाले ज्योतिरादित्य सिंधिया राहुल गांधी से रायशुमारी के बाद जब बाहर निकले तो उन्होंने स्पष्ट कर दिया कि गुरुवार को ही मुख्यमंत्री के नाम की घोषणा कर दी जाएगी. उन्होंने कहा कि 'यह कुर्सी की रेस नहीं है बल्कि हमलोग मध्यप्रदेश की जनता के लिए काम करने के लिए आए हैं. मैं भोपाल के लिए रवाना हो रहा हूं और आज ही मुख्यमंत्री के नाम की घोषणा हो जाएगी.'
बैठक के बाद राहुल ने ट्विटर पर कमलनाथ और सिंधिया के साथ अपनी तस्वीर पोस्ट की और कहा, 'दो सबसे शक्तिशाली योद्धा धर्य और समय हैं: लियो टॉल्सटॉय.' सूत्रों के अनुसार मिल रही जानकारी और चेहरे के हाव भाव बता रहे हैं कि मध्यप्रदेश का अगला सीएम कमल नाथ ही होंगे. हालांकि अधिकारिक घोषणा रात 10 बजे विधायक दल की होने वाली बैठक के बाद की जाएगी.
ज्ञात हो कि बीते दो दिनों से कांग्रेस में मुख्यमंत्री पद को लेकर खींचतान जारी थी. बुधवार को विधायक दल की भोपाल में बैठक हुई थी, इस बैठक में केंद्रीय पर्यवेक्षक के तौर पर एके एंटनी आए थे. उन्होंने विधायकों से बात की और विधायकों द्वारा मुख्यमंत्री के नाम का फैसला राहुल गांधी को सौंपने का पारित प्रस्ताव लेकर दिल्ली लौट गए.
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दिल्ली में गुरुवार को राहुल गांधी राजस्थान और छत्तीसगढ़ के साथ मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री के नामों के मंथन में लगे रहे. मध्यप्रदेश से मुख्यमंत्री पद के दावेदार प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ और प्रचार अभियान समिति के अध्यक्ष ज्योतिरादित्य सिंधिया से राहुल गांधी ने चर्चा की.
Source : News Nation Bureau