कांग्रेस ने गुरुवार को भारतीय जनता पार्टी (BJP) द्वारा अपने विचारक विनायक दामोदर सावरकर को महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के घोषणापत्र में भारत रत्न की मांग उठाने पर आलोचना की. कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने ट्विटर पर लिखा, "राजग/भाजपा सावरकर को भारत रत्न क्यों प्रदान करना चाहती हैं, गोडसे को क्यों नहीं? पूर्व पर सिर्फ आरोपपत्र दायर किया गया था और बाद में गांधी की हत्या से बरी कर दिया गया था, जबकि गोडसे को दोषी ठहराया गया और फांसी दी गई. उनकी (गांधीजी की) 150वीं वर्षगांठ पर अगर आप उनकी याद को धूमिल करना चाहते हैं तो आप जो चाहे कर सकते हैं. "
कांग्रेस के एक अन्य नेता दिग्विजय सिंह ने कहा कि सावरकर के जीवन के दो पहलू हैं- पहला स्वतंत्रता संग्राम में उनकी भागीदारी और दूसरा जब वह माफी मांगने व दया अर्जी लिखने के बाद अंडमान की जेल से बाहर आए. उनका भी महात्मा गांधी की हत्या की साजिश में नाम था.
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कांग्रेस ने यह हमला भाजपा प्रमुख अमित शाह द्वारा बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) में संगोष्ठी के दौरान गुरुवार को सावरकर की सराहना किए जाने के बाद बोला है.
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अमित शाह ने कहा था, "1857 का विद्रोह हमेशा विद्रोह बना रहता जैसे कि अग्रेजों ने इसे कहा. यह वीर सावरकर ही थे, जिन्होंने इसे स्वतंत्रता की पहली लड़ाई का नाम दिया. "उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि इतिहास को फिर से लिखा जाना चाहिए ताकि जिनकी उपेक्षा की गई, उन्हें उचित श्रेय दिया जा सके.
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Source : आईएएनएस