उत्तर प्रदेश में वापसी का सपना संजोए कांग्रेस को चुनावों से ठीक पहले बड़ा झटका लग सकता है। पार्टी नेता रीता बहुगाणा जोशी के बीजेपी में शामिल होने की खबर आ रही है। रीता पिछले कई महीनों से कांग्रेस से नाराज चल रही हैं। वहीं, मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री महेंद्रनाथ पांडे ने रीता बहुगुणा के बीजेपी में आने की चर्चा को लेकर बयान दिया है। उन्होंने बहुगुणा की तारीफ करते हुए कहा, 'वो आएंगी तो पार्टी को सकारात्मकता और मजबूती मिलेगी।'
सूत्रों की मानें तो रीता जोशी और उनके बेटे मयंक बीजेपी से संपर्क में हैं। हालांकि उनके भाई और उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा ने रीता के बीजेपी में शामिल होने की खबरों से इनकार किया है।
नाराज़गी का कारण
पार्टी की उत्तर प्रदेश ईकाई में हुए फेरबदल राज बब्बर को प्रदेश कांग्रेस का अध्यक्ष बनाया गया है। प्रदेश कांग्रेस में उन्हें कोई बड़ी जिम्मेदारी नहीं दी गई है।
इसके अलावा दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित को मुख्यमंत्री के रूप में पेश किये जाने पर भी वो नाराज हैं।
दूसरी तरफ पार्टी का प्रशांत किशोर को लेकर भी नाराज़गी चल ही है। हालांकि प्रशांत किशोर को लेकर सभी नेता नाराज़ हैं, किशोर राहुल के अलावा किसी की सुनते नहीं हैं। रीता का मानना है कि प्रशांत किशोर के कारण ही उन्हें हाशिये पर रखा गया है।
चुनाव प्रचार से नदारद
देखा जाए तो रीता जोशी पार्टी के चुनाव प्रचार में कहीं नज़र नहीं आ रही हैं। जबकि दूसरे नेता चुनाव प्रचार में लगे हैं। पार्टी उपाध्यक्ष राहुल गांधी की किसान यात्रा में भी रीता जोशी कहीं नजर नहीं आईं।
पार्टी छोड़ने खबरें पहले भी
रीता बहुगुणा जोशी के पहले भी पार्टी छोड़ने की कई बार खबरें सोशल मीडिया में आ चुकी हैं। लेकिन, हर बार रीता बहुगुणा जोशी ने इन खबरों का खंडन किया है। इससे पहले उनके समाजवादी पार्टी में जाने की अटकलें भी लगाई गई थीं
रीता जोशी इलाहाबाद यूनिवर्सिंटी में हिस्ट्री की प्रोफेसर रह चुकी हैं। वो उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री हेमवती नदंन बहुगुणा की बेटी और उत्तराखंड के पूर्व सीएम विजय बहुगुणा की बहन हैं। कांग्रेस की यूपी प्रदेश अध्यक्ष और महिला कांग्रेस की अध्यक्ष रह चुकी हैं। विजय बहुगुणा कांग्रेस से बगावत कर वीजेपी में शामिल हो चुके हैं।
Source : News Nation Bureau