एक बार फिर मंदिरों और पीठों की शरण में राहुल, पीताम्बरा शक्तिपीठ में की पूजा

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ग्वालियर के अचलेश्वर महादेव पर आज जलाभिषेक करेंगे और उसके बाद रोड शो शुरू होगा. अचलेश्वर महादेव ग्वालियर अंचल में धार्मिक आस्था का बड़ा मंदिर है और इसीलिए इस रोड शो से पहले राहुल गांधी महादेव के दर्शन करेंगे.

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Drigraj Madheshia
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एक बार फिर मंदिरों और पीठों की शरण में राहुल, पीताम्बरा शक्तिपीठ में की पूजा

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने दतिया के पीताम्बरा शक्तिपीठ में की पूजा

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कर्नाटक और गुजरात चुनावों के बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी एक बार फिर मंदिर और मठों की शरण में हैं.  मध्यप्रदेश के अपने दौरे की शुरुआत करते हुए राहुल ने सोमवार को दतिया के पीतांबरा पीठ में पूजा-अर्चना की. उनके साथ कमलनाथ और ज्योतिरादित्य सिंधिया भी थे. राहुल गांधी नवरात्र के छठवें दिन दतिया के सिद्ध पीताम्बरा पीठ पहुंचे. यहां उन्होंने शत्रुनाश की अधिष्ठात्री देवी पीताम्बरा माई के दर्शन कर विशेष पूजा-अर्चना की. 

इस अवसर पर मंदिर परिसर में मध्यप्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष व सांसद कमलनाथ, चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष व सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया, राष्ट्रीय महामंत्री व मध्यप्रदेश के प्रभारी दीपक बाबरिया, राष्ट्रीय सचिव संजय कपूर, पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश पचौरी, मीडिया विभाग की अध्यक्ष श्रीमति शोभा ओझा, महिला कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष मांडवी चौहान सहित अन्य स्थानीय नेता उपस्थित थे.

राहुल गांधी की भक्ति पर कांग्रेस का कहना है कि हिंदुत्व का ठेका किसी व्यक्ति के पास नहीं है. और रही बात कांग्रेस की तो कांग्रेस के बड़े नेता जब भी मध्यप्रदेश आए हैं तो वह यहां के तमाम धार्मिक स्थलों पर पूजा पाठ करने जरूर गए हैं. पार्टी प्रवक्ता संजय श्रीवास्तव का कहना है कि कांग्रेस ने साफ कर दिया है कि पार्टी धर्म की राजनीति नहीं करती है, लेकिन बीजेपी राहुल गांधी के धार्मिक स्थलों पर जाने पर उसे धर्म की राजनीति में कन्वर्ट करना चाहती है.

जवाहरलाल नेहरू के अनुरोध पर 51 कुंडीय महायज्ञ कराया गया था

यह वही सिद्ध व प्रतिष्ठित मंदिर है, जहां पर राहुल गांधी के नाना व पूर्व प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू के अनुरोध पर भारत-चीन युद्ध के समय देश की रक्षा के लिए मां बगलामुखी की प्रेरणा से 51 कुंडीय महायज्ञ कराया गया था. इसके परिणामस्वरूप 11वें दिन अंतिम आहुति के साथ ही चीन ने अपनी सेनाएं वापस बुला ली थीं. उस समय यज्ञ के लिए बनाई गई यज्ञशाला आज भी यहां स्थित है. मंदिर में लगी पट्टिका पर इस घटना का उल्लेख भी है. इससे पहले पीताम्बरा जी के दर्शन करने तीन बार इंदिरा गांधी जी व एक बार राजीव गांधी जी भी दतिया पधारे थे.

राहुल गांधी ग्वालियर के अचलेश्वर महादेव पर आज जलाभिषेक करेंगे

दतिया के बाद राहुल गांधी ग्वालियर के अचलेश्वर महादेव पर आज जलाभिषेक करेंगे और उसके बाद रोड शो शुरू होगा. अचलेश्वर महादेव ग्वालियर अंचल में धार्मिक आस्था का बड़ा मंदिर है और इसीलिए इस रोड शो से पहले राहुल गांधी महादेव के दर्शन करेंगे. ये माना जाता है कि यहां सच्चे मन से जो जलाभिषेक करते हैं, महादेव उनकी मनोकामना पूरी करते हैं. 

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राहुल गांधी का रोड शो लगभग ढाई घंटे चलेगा और पिछले कुछ दिनों से इसकी तैयारी जोर शोर से की जा रही है. कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया सभी कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारी बांट दी है. कांग्रेस को उम्मीद है कि शहर में लगभग ढाई लाख लोग राहुल के रोड शो में भाग लेंगे.

अचलेश्वर महादेव मंदिर का इतिहास 

श्री अचलनाथ का स्वयंभू शिवलिंग लश्कर शहर के प्राचीन राजमार्ग पर वर्तमान सनातन धर्म मंदिर मार्ग पर स्थित है. इनके प्राक्ट्य की अनेक किवंदतियाँ हैं. राजमार्ग के बीच भगवान अचलनाथ का शिवलिंग एक कच्चे मिट्टी के चबूतरे पर स्थित था उस जमाने में यह क्षेत्र वीरान वन्य क्षेत्र था, ग्वालियर शहर के रूप में किले के उत्तरी भाग की बस्ती थी जो वर्तमान में उपनगर ग्वालियर कहलाता है. मुगलों के पराजय के बाद अंग्रजी हुकूमत के दौर में यहाँ शिन्दे राजपरिवार सत्ता में आया. इनके संस्थापक श्रीमंत महाद्जी राव सिंधिया के नात से जाने गये. सिंधिया शासको में पहिले दक्षिणी क्षेत्र में कम्पू में कमलाराजा महाविद्यालय बाला महल बनाया फिर गोरखी महल बना. सिंधिया राजवंश के सबसे प्रतापी शासक श्रीमंत माधव राव सिंधिया (प्रथम) जो माधौ महाराज के नाम से विख्यात हुये इनके द्वारा आधुनिक ग्वालियर की स्थापना की गई. इन्होंने गोरखी महल के बजाय पूर्वी भाग में विशाल महल बनाना प्रारम्भ किया उसी दौर में बये जय बिलास महल को शहर से जोड़ने के लिये राज मार्ग का निर्माण हुआ - यह राजमार्ग, वहीं से निकला जहाँ भगवान अचलनाथ विराजे थे. 

ग्वालियर क्षेत्र में विधानसभा की 34 सीटें

चंबल ग्वालियर क्षेत्र में विधानसभा की 34 सीटें हैं. 2013 के चुनाव में बीजेपी ने 20 सीटों पर कब्जा जमाया था. मध्य प्रदेश में सत्ता में वापसी का सपना संजोए कांग्रेस को इस क्षेत्र में अच्छा प्रदर्शन करना होगा. 

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बता दें कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की कैलास मानसरोवर की धार्मिक यात्रा काफी विवादों में रही थी. राहुल की मंदिर, मठों और धार्मिक स्थलों की यात्रा की सॉफ्ट हिंदुत्व का नाम दिया गया. वहीं, बीजेपी ने राहुल की इस यात्रा पर निशाना साधा था. इसके आलावा गुजरात और कर्नाटक विधानसभा चुनाव में राहुल के मंदिरों में जाने पर बीजेपी ने सवाल उठाया था. 

Source : News Nation Bureau

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