Bihar Election Result 2020: दरभंगा ग्रामीण से राजद के ललित यादव जीते. बिहार में इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर अभी भले ही चुनाव आयोग द्वारा तारीख की घोषणा नहीं की गई है, लेकिन सभी राजनीतिक दलों के नेता अपनी पार्टी के प्रचार और संगठन को मजबूत करने की कोशिशों में जुट गए हैं. दरभंगा ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र में भी चुनावी सुगबुगाहट है. दरभंगा ग्रामीण विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र बिहार में दरभंगा जिले के अंतर्गत आता है. यह 2010 से एक खुली सीट है, लेकिन पहले अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित थी. इस बार सभी दलों के सामने चुनाव जीतने की कई चुनौतियां हैं. लेकिन कुल मिलाकर दिखा जाए तो यहां राजद और जदयू-बीजेपी गठबंधन के बीच सीधी टक्कर देखने को मिल सकती है.
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सीट पर राष्ट्रीय जनता दल का दबदबा
2015 के विधानसभा चुनाव की सूची के अनुसार, दरभंगा ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र में कुल 2,63,287 वोटर्स हैं. जिनमें से 1,40,976 पुरुष और 1,22,311 महिलाएं शामिल हैं. पिछली बार इस सीट पर 5 नवंबर 2015 को वोटिंग हुई थी और कुल 52.2 फीसदी मतदाताओं ने अपने मत का इस्तेमाल किया था. इस सीट पर राष्ट्रीय जनता दल का दबदबा है.
2015 के चुनाव में राजद उम्मीदवार ने हम पार्टी के प्रत्याशी को हराया
दरभंगा ग्रामीण विधानसभा सीट पर 2015 के विधानसभा चुनाव में राष्ट्रीय जनता दल के उम्मीदवार ने जीत हासिल की थी. राजद ने ललित कुमार यादव को उतारा था, जिन्हें 70,557 वोट मिले थे. उन्होंने हम पार्टी के नौशाद अहमद को हराया था. नौशाद को 36,066 वोट मिले थे. जबकि जन अधिकार पार्टी के उम्मीदवार तीसरे स्थान पर रहे थे. 2015 के चुनाव में यहां कुल 12 उम्मीदवार मैदान में थे.
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2010 में राजद प्रत्याशी ने जदयू उम्मीदवार को मात दी
इससे पहले 2010 के विधानसभा चुनाव में भी राजद के उम्मीदवार ललित कुमार यादव ने जीत हासिल की थी. उन्होंने जदयू के अशरफ हुसैन को मात दी थी. ललित कुमार यादव को 29,776 वोट मिले थे, जबकि अशरफ हुसैन के पक्ष में 26,100 आए थे. उस साल यहां कुल 15 उम्मीदवारों ने किस्मत आजमाई थी.
इस बार यहां ये मुद्दे रह सकते हैं हावी
यह क्षेत्र अभी बाढ़ से प्रभावित है तो यह चुनावी मुद्दा बन सकता है. चुनाव के दौरान रोजगार और शिक्षा का मुद्दा हावी रह सकता है. क्योंकि कोरोना काल में जो लोग अपनी रोजी रोटी के लिए शहर गए थे, वह लौट आए हैं. ऐसे में उनके सामने परिवार का गुजारा करने के लिए रोजगार की जरूरत है. इसके अलावा यहां कई स्थानीय मुद्दे पर चुनाव के दौरान उठ सकते हैं.
Source : News Nation Bureau