दिल्ली में विधानसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है. चुनाव आयोग ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि दिल्ली में 8 फरवरी को मतदान होगा, वहीं मतों की गणना 11 फरवरी को जाएगी. दिल्ली में कुल 70 विधानसभा हैं. जिनमें से बदरपुर विधानसभा क्षेत्र (53) भी प्रमुख है. यहां से वर्तमान विधायक आम आदमी पार्टी के नारायन दत्त शर्मा हैं. नारायन दत्त ने बीजेपी उम्मीदवार रामबीर सिंह बिधूड़ी को भारी मतों से हराया था. आइए जानते हैं बदरपुर विधानसभा क्षेत्र के बारे में.
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बदरपुर विधानसभा क्षेत्र में कुल 2,06,353 (2 लाख 6 हजार 3 सौ 53) मतदाता हैं. जिसमें पुरुष मतदाता की संख्या 1,21,077 (1 लाख 21 हजार 77) है, वहीं महिला मतदाताओं की संख्या (85,265) 85 हजार 2 सौ 65 है. वहीं पिछले विधानसभा चुनाव में कुल मतदाता 2,06,353 थे. जिनमें से 1,32,460 मतदाताओं ने वोट डाले थे. अगर जातीय समीकरण की बात किया जाए तो यहां गुर्जर- 18 फीसदी, ब्राह्मण- 18 फीसदी, मुस्लिम - 17 फीसदी, वैश्य -7 फीसदी, अनुसूचित जाति - 13 फीसदी, अन्य पिछड़ा वर्ग - 24 फीसदी और पर्वतीय - 3 फीसदी हैं.
सामाजिक समीकरण
बदरपुर विधानसभा क्षेत्र में सड़कें बेहद खराब हैं और साफ-सफाई की स्थिति भी ठीक नहीं है. बीते 20 वर्षो से यहां दो नेताओं, रामवीर सिंह बिधूड़ी और राम सिंह नेताजी के बीच सियासी मुकाबला होता रहा है. पिछले 20 वर्षो के चुनाव परिणाम पर नजर डालें तो अभी तक यहां कांग्रेस का खाता नहीं खुला है. गत विधानसभा चुनाव में भाजपा को यहां जीत मिली थी.
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प्रमुख समस्याएं
-बदरपुर गांव की सड़कें बेहद संकरी हैं और बेतरतीब खड़े ऑटो यहां की यातायात व्यवस्था को धता बताते हैं. जाम की समस्या से मुक्ति इस चुनाव में मुख्य मुद्दा है. बदरपुर विधानसभा क्षेत्र के बीचों-बीच से गुजरता नाला यहां की एक बड़ी समस्या है. हालांकि नाले पर पुल है, लेकिन लोगों को पुल को पार करने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है. बदरपुर में सरकार ने दो सौ बिस्तर का अस्पताल बनाने की घोषणा की थी. अस्पताल का दो बार शिलान्यास भी हो चुका है, लेकिन आज भी वहां गंदा पानी भरा हुआ है.
जनता की उम्मीदें
सरकार किसी भी पार्टी की बने, लेकिन इन समस्याओं से जो निजात दिलाएगा, वोट उसी को जाएगा. बदरपुर विधानसभा क्षेत्र के नेताओं ने ठान लिया है कि इस बार पिछले कई सालों से झेल रही समस्याओं से समाधान पर ही वोट दिया जाएगा.
Source : Sushil Kumar