70 सीटों वाली दिल्ली विधानसभा के लिए 8 फरवरी को इलेक्शन होने हैं. इस चुनाव में जहां दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की पार्टी को अपनी सरकार बचाने की चुनौती होगी बल्कि दिल्ली में बीजेपी के वार से बचने की भी चुनौती होगी. लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र, जिला मुख्यालय समेत कई सरकारी विभागों के भवन इसी इलाके में स्थित हैं. दिल्ली और देश की राजनीति में इस इलाके का खास दखल है. 2002 में गठित परिसीमन आयोग की सिफारिशों के बाद 2008 में नई दिल्ली विधानसभा सीट का गठन किया गया. इस बार नई दिल्ली विधानसभा सीट पर बीजेपी से Sunil Yadav, आम आदमी पार्टी से Arvind Kejriwal और कांग्रेस से Romesh Sabharwal के बीच कड़ी टक्कर है.
2008 के पहले चुनाव में यहां से कांग्रेस की शीला दीक्षित विधायक चुनी गईं. उन्होंने भाजपा के विजय जॉली को हराया. 2013 के चुनाव में इस सीट पर आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल ने जीत दर्ज की. उन्होंने कांग्रेस की दिग्गज नेता शीला दीक्षित को चुनाव में शिकस्त दी. 2015 के चुनाव में भी अरविंद केजरीवाल ने जीत हासिल की और वह दिल्ली के मुख्यमंत्री भी हैं. देश की राजधानी होने के कारण यह देश का मुख्य राजनीतिक केंद्र भी है. इसी क्षेत्र में इंडिया गेट, संसद भवन समेत कई सरकारी प्रतिष्ठान हैं.
विधायक
इस समय यहां आम आदमी पार्टी का कब्जा है. आप के प्रमुख और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल यहां के विधायक हैं. अरविंद केजरीवाल आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री हैं. वह लगातार दूसरी बार दिल्ली प्रदेश के मुख्यमंत्री बने हैं. वह नई दिल्ली विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं. हरियाणा के हिसार में 1989 में जन्मे अरविंद ने आईआईटी खड़गपुर से पढ़ाई की और भारतीय राजस्व सेवा के लिए चुने गए. 2012 में अन्ना आंदोलन में हिस्सा लेने के दौरान उन्होंने राजस्व विभाग से अपनी नौकरी छोड़ दी. इसके बाद केजरीवाल ने आम आदमी पार्टी का गठन किया और 2013 के दिल्ली विधानसभा चुनाव में कूद पड़े. इस चुनाव में अरविंद के नेतृत्व में पार्टी ने जीत हासिल की और वह मुख्यमंत्री बने. 2015 में दोबारा विधानसभा चुनाव में भी आम आदमी पार्टी को जीत हासिल हुई और अरविंद केजरीवाल फिर दिल्ली के मुख्यमंत्री बने. 2006 में अरविंद केजरीवाल को सामाजिक कार्यों के लिए प्रतिष्ठित रेमन मैग्सेसे अवार्ड से सम्मानित किया गया. अरविंद केजरीवाल को इसके अलावा भी कई पुरस्कारों से सम्मानित किया जा चुका है. 2014 में टाइम मैग्जीन ने केजरीवाल को विश्व के सबसे प्रभावशाली लोगों की सूची में शामिल किया था. केजरीवाल ने स्वराज नाम की किताब भी लिखी है.
विधानसभा चुनाव 2015 में आम आदमी पार्टी ने मारी बाजी
2015 के चुनाव में इस सीट पर आम आदमी पार्टी ने कब्जा जमाया. वर्तमान आप विधायक दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बीजेपी के उम्मीदवार नुपुर शर्मा को 31583 वोटों के अंतर से हराया था. अरविंद केजरीवाल को कुल 57213 वोट मिले थे.
कुल मतदाताओं की संख्या 137924
2015 के विधानसभा चुनाव के मुताबिक नई दिल्ली विधानसभा में मतदाताओं की कुल संख्या 137924 है. यहां कुल 76061 पुरुष मतदाता हैं जबकि महिला मतदाताओं की संख्या 61855 हैं.
बीजेपी फिर देगी चुनौती
इस सीट पर पिछली बार बीजेपी के उम्मीदवार नुपुर शर्मा हार गई थीं लेकिन बीजेपी एक बार फिर इस सीट पर एक बार कब्जा जमाने की कोशिश करेगी.
दिल्ली में 8 फरवरी को होंगे विधानसभा चुनाव
दिल्ली विधानसभा की 70 सीटों पर 8 फरवरी को वोट डाले जाएंगे और 11 फरवरी को नतीजे आएंगे. पिछले विधानसभा चुनाव में दिल्ली की 70 में से 67 सीटों पर आम आदमी पार्टी की जीत हुई थी. बीजेपी को सिर्फ तीन सीटें ही मिलीं थीं, जबकि कांग्रेस का खाता भी नहीं खुला था.