दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए वोटों की गिनती आज यानी 11 फरवरी को थोड़ी देर में शुरू होने वाली है. दिल्ली में सत्ता की कमान किसके हाथों में होगी इसका फैसला आज हो जाएगा. दिल्ली में वोट 8 फरवरी को डाले गए थे जिसके बाद उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला EVM में कैद हो गया. दिल्ली विधानसभा चुनाव में इस्तेमाल की गई ईवीएम और वीवीपैट मशीनों को उनके विधानसभा क्षेत्रों के हिसाब से कड़ी सुरक्षा व्यवस्था में रखा गया है.
आपको बता दें कि इन मशीनों की सुरक्षा कोई सामान्य सुरक्षा नहीं है, इन वोटिंग मशीनों को ट्रिपल लेयर सिक्योरिटी में रखा गया है. आज सुबह 8 बजे से इन ईवीएम और वीवीपैट मशीनों को मतगणना के लिए चुनाव अधिकारी आकर खोलेंगे जिसके बाद विधानसभा सीटों के हिसाब से वोटों की गिनती की जाएगी. चुनाव आयोग ने ईवीएम और वीवीपैट मशीनों पर डबल लॉक लगाकर उन्हें सील किया है.
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दिल्ली विधानसभा चुनावों की गिनती के लिए ईवीएम और वीवीपैट मशीनों की सुरक्षा व्यवस्था में अर्धसैनिक बलों के जवान तैनात किए गए हैं. जबकि स्ट्रांग रूम के बाहर चौतरफा सुरक्षा की कड़ी व्यवस्था की गई है चारों ओर सीसीटीवी कैमरों की निगरानी है ताकि चुनाव अधिकारियों को वोटों की गिनती से पहले इन मशीनों की सुरक्षा को किसी तरह का रिस्क नहीं उठाना पड़े. इसके अलावा आपको बता दें कि दक्षिणी दिल्ली की सभी विधानसभाओं में इस्तेमाल की गई ईवीएम उनकी विधानसभा क्रम के अनुसार ही रखी गईं हैं ताकि मतगणना के दौरान मतगणना करने वाले अधिकारियों को किसी प्रकार की कोई समस्या न आए. इस बीच जिले के वरिष्ठ अधिकारियों ने रविवार को स्ट्रांग रूम का निरीक्षण कर सुरक्षा-व्यवस्था का जायजा भी ले लिया है.
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वहीं बात करें एग्जिट पोल की तो दिल्ली विधानसभा चुनाव के बाद आए लगभग सभी एग्जिट पोल (Exit Poll) में आम आदमी पार्टी की ही सरकार बनती दिखाई दे रही है. कुछ एग्जिट पोल में तो आम आदमी पार्टी को 68 तक सीटें दी गई हैं. दूसरी तरफ बीजेपी अपनी जीत को लेकर आश्वस्त नजर आ रही है. एग्जिट पोल के नतीजों को देखने के बाद भी बीजेपी के नेता दिल्ली में सरकार बनाने के दावे पर कायम हैं. बीजेपी के नेताओं का कहना है कि आम आदमी पार्टी दिल्ली में 30-32 से ज्यादा सीटें नहीं जीत पाएगी. वहीं बीजेपी को 38 तक सीटें मिल सकती हैं. बीजेपी नेताओं का कहना है कि कांग्रेस भी एक दो सीट जीत सकती है.