Delhi Assembly Election 2020: चुनाव अधिकारियों ने शनिवार को होने वाले 70 सदस्यीय दिल्ली विधानसभा चुनाव के मतदान के लिए तैयारी पूरी कर ली हैं और राष्ट्रीय राजधानी में सुरक्षा इंतजाम कड़े करने के साथ ही शाहीन बाग तथा अन्य संवेदनशील मतदान केंद्रों पर अतिरिक्त सतर्कता बरती जा रही है. दिल्ली में 1.47 करोड़ लोगों को मताधिकार प्राप्त है और इस चुनावी मुकाबले में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी, भाजपा तथा कांग्रेस प्रमुख रूप से मैदान में हैं. मतदान से कुछ दिन पहले ही कांग्रेस और बीजेपी ने अपना प्रचार अभियान बड़े आक्रामक तरीके से चलाया.
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दिल्ली के मुख्य निर्वाचन अधिकारी रणबीर सिंह ने कहा कि सभी ईवीएम की जांच की गई है और वे फुलप्रूफ हैं तथा उनसे छेड़छाड़ नहीं की जा सकती. सुरक्षा कर्मी स्ट्रांग रूम की पहरेदारी कर रहे हैं जहां ईवीएम रखे गए हैं. दिन में सभी विधानसभा क्षेत्रों में चुनाव कर्मी ईवीएम और अन्य मतदान सामग्री कड़ी निगरानी में ले गए. उन्होंने कहा कि मतदान सामग्री मिलने के बाद, बड़ी संख्या में मतदान केंद्र पहले ही स्थापित हो गए हैं और जल्द ही सभी हो जाएंगे. मॉडल मतदान केंद्र सभी 70 निर्वाचन क्षेत्रों में, प्रत्येक में एक हैं. वहां एक-एक पिंक बूथ भी होंगे.
अधिकारियों ने कहा कि शाहीन बाग में चल रहे संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) विरोधी प्रदर्शनों के मद्देनजर दिल्ली के मुख्य निर्वाचन अधिकारी के कार्यालय ने क्षेत्र के तहत पड़ने वाले सभी पांच मतदान केंद्रों को ‘संवेदनशील’ की श्रेणी में रखा है और मतदाताओं में विश्वास पैदा करने के लिए लगातार कदम उठाए जा रहे हैं. सिंह ने यह बात दोहराई कि क्षेत्र में पैनी नजर है और जिन क्षेत्रों में मतदान गतिविधियां होंगी, वहां कोई अवरोध नहीं है. इसलिए मतदाताओं को किसी तरह की समस्या का सामना नहीं करना होगा.
उन्होंने कहा कि दिल्ली चुनाव में 1,47,86,382 लोगों को मतदान का अधिकार है, जिनमें से 2,32,815 मतदाता 18 से 19 साल आयुवर्ग के हैं. चुनाव के लिए तीन सप्ताह से अधिक समय तक चला तूफानी प्रचार गुरुवार को शाम छह बजे थम गया. दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों के लिए 672 उम्मीदवार मैदान में हैं. विशेष पुलिस आयुक्त (आसूचना) प्रवीर रंजन ने बताया कि केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) की 190 कंपनियों को सुरक्षा कारणों से तैनात किया गया है. उन्होंने कहा कि जहां तक संवेदनशील मतदान केंद्रों की बात है तो 516 जगहों पर 3704 बूथ इस श्रेणी में आते हैं.
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हाल ही में चुनाव कार्यालय के अधिकारियों ने प्रदर्शनकारियों से मिलकर उन्हें मतदान के लिए प्रोत्साहित किया था. इस बार चुनाव में मोबाइल एप्प, क्यूआर कोड, सोशल मीडिया इंटरफेस जैसी तकनीकों का भी इस्तेमाल किया जा रहा है. दिल्ली के 11 जिलों की एक-एक विधानसभा सीट चुनी गई हैं, जिन पर मतदाता मतदान पर्ची बूथ पर नहीं लाने की स्थिति में स्मार्टफोन के जरिये हेल्पलाइन एप्प से क्यूआर कोड प्राप्त कर सकता है. इनमें सुल्तानपुर माजरा, सीलमपुर, बल्लीमारान, बिजवासन, त्रिलोकपुरी, शकूर बस्ती, नई दिल्ली, रोहतास नगर, छतरपुर, राजौरी गार्डन और जंगपुरा हैं.
दिल्ली में विधानसभा चुनाव : एक नजर में जानें तथ्य
मतदाता : 1,46,000,00
पोलिंग स्टेशन : 13750
90 हजार कर्मचारी चुनाव कराएंगे
चुनाव के मुद्दे
बिजली
पानी
महिला सुरक्षा
कानून व्यवस्था
नागरिकता संशोधन विधेयक
एनआरसी
प्रदूषण
अवैध कॉलोनी
कहां कितनी सीटें
पूर्वी दिल्ली 16
पश्चिमी दिल्ली 11
उत्तरी दिल्ली 12
दक्षिणी दिल्ली 12
बाहरी दिल्ली 19
चुनाव कार्यक्रम
14 जनवरी को दिल्ली विधानसभा चुनाव की अधिसूचना जारी की जाएगी, इस दिन से नामांकन शुरू हो जाएगा
21 जनवरी तक नामांकन
24 जनवरी को तक नाम वापसी
दिल्ली में चुनाव - 8 फरवरी
आदर्श आचार संहिता तत्काल प्रभाव से लागू
2015 के विधानसभा चुनाव में वोट शेयर
आम आदमी पार्टी : 54%
बीजेपी : 32%
कांग्रेस : 10%
अन्य : 04%
वोटरों का अनुपात
पूर्वांचली : 35%
मुस्लिम : 17%
अनुसूचित जाति : 17%
पंजाबी : 10%
जाट : 10%
वैश्य : 8%
गुर्जर : 7%
उत्तराखंडी : 6%
अन्य : 37%