दिल्ली विधासनभा चुनाव की 70 सीटों पर प्रत्याशियों की किस्मत ईवीएम में कैद है. मंगलवार को आने वाले नतीजे तय करेंगे कि दिल्ली में मुख्यमंत्री की कुर्सी पर अगले 5 साल कौन बैठेगा. इस बार सीधा मुकाबला सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी और बीजेपी के बीच होना है. पिछले विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी ने दिल्ली की 70 में 67 सीटों पर जीत दर्ज की थी.
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आजादी के बाद से अब तक दिल्ली में सात मुख्यमंत्री ही रहे हैं. 1952 में दिल्ली राज्य के अस्तित्व में आने के बाद चौधरी ब्रह्मप्रकाश यादव पहले मुख्यमंत्री बने. इसके बाद गुरमुख निहाल सिंह ने मुख्यमंत्री की जिम्मेदारी संभाली. ये दोनों ही मुख्यमंत्री कांग्रेस के थे. इसके बाद 1956 से 1993 तक करीब 37 साल तक दिल्ली में मुख्यमंत्री का पद नहीं रहा. इसके बाद बीजेपी के मदन लाल खुराना 1993 में गैर कांग्रेसी और दिल्ली के तीसरे मुख्यमंत्री बने. कांग्रेस की शीला दीक्षित दिल्ली की पहली ऐसी मुख्यमंत्री बनी जिन्होंने लगातार 15 साल तक सत्ता में रहीं.
दिल्ली मुख्यमंत्रियों की कार्यकाल
नाम |
विधासनभा सीट |
पार्टी |
कार्यकाल |
चौधरी ब्रह्म प्रकाश यादव |
नांगलोई |
कांग्रेस |
17 मार्च 1952 - 12 फरवरी 1955 |
गुरमुख निहार सिंह |
दरियागंज |
कांग्रेस |
12 फरवरी 1955 - 1 नवंबर 1956 |
1956–93 तक कार्यालय समाप्त रहा
|
मदनलाल खुराना |
मोतीनगर |
बीजेपी |
2 दिसंबर 1993 - 26 फरवरी 1996 |
साहिब सिंह वर्मा |
शालीमार बाग |
बीजेपी |
26 फरवरी 1996 - 12 अक्टूबर 1998 |
सुषमा स्वराज |
|
बीजेपी |
12 अक्टूबर 1998 - 3 दिसंबर 1998 |
शीला दीक्षित |
नई दिल्ली |
कांग्रेस |
3 दिसंबर 1998 - 28 दिसंबर 2013 |
अरविंद केजरीवाल |
नई दिल्ली |
आप |
28 दिसंबर 2013 - 14 फरवरी 2014 |
राष्ट्रपति शासन 14 फरवरी 2014 - 14 फरवरी 2015 |
अरविंद केजरीवाल |
नई दिल्ली |
आप |
14 फरवरी 2015 से अब तक |
Source : Kuldeep Singh