महाराष्ट्र में सत्ता को लेकर जारी घमासान के बीच बुधवार को देवेंद्र फडणवीस को विधायक दल का नेता चुन लिया गया है. महाराष्ट्र विधान भवन में बुधवार को बीजेपी के विधायक दल की बैठक हुई. इस दौरान महाराष्ट्र भाजपा के अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल और वरिष्ठ नेता सुधीर मुनगंटीवार ने देवेंद्र फडणवीस को विधायक दल का नेता चुने जाने का प्रस्ताव रखा, जिसे सर्वमति से पारित किया गया.
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भाजपा विधायक दल के नेता चुने जाने के बाद देवेंद्र फडणवीस ने कहा, वह पीएम मोदी और अमित शाह का शुक्रिया अदा करते हैं. हमने सन् 2014 और 2019 में फ्रंटफुट पर चुनाव लड़ा और जीता भी है. उन्होंने कहा कि जो भी अफवाहें हैं उनपर ध्यान नहीं देना चाहिए. भाजपा और शिवसेना मिलकर सरकार बनाएंगे. शिवसेना की कुछ डिमांड हैं, उन्हें सुलझा लिया जाएगा.
इस दौरान देवेंद्र फडणवीस ने शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे का भी शुक्रिया अदा किया. उन्होंने आगे कहा कि यह जनादेश निश्चित रूप से 'महायुति' (भाजपा-शिवसेना गठबंधन) के लिए है, क्योंकि हमने 'महायुति' के लिए वोट मांगे थे. इसके लिए लोगों ने मतदान भी किया, इसलिए संदेह नहीं होना चाहिए. यह एक 'महायुति' सरकार होगी.
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उन्होंने कहा कि इस बार हमने कुछ निर्दलीयों का भी समर्थन लिया है. बता दें कि बुधवार को हुई इस बैठक में भाजपा के सभी विधायक भगवा पगड़ी बांधकर पहुंचे, जहां फडणवीस का स्वागत किया गया. केंद्रीय आलाकमान की ओर से नरेंद्र सिंह तोमर, अविनाश राय खन्ना को पर्यवेक्षक बनाया गया है, जो विधायक दल की बैठक में मौजूद रहे.
गौरतलब है कि महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री पद को लेकर शिवसेना लगातार भाजपा पर सवाल खड़े कर रही है. शिवसेना भाजपा को 50-50 फॉर्मूले की याद दिला रही है, लेकिन बीजेपी की ओर से इसपर कोई खास तवज्जो नहीं दी जा रही है.
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इससे पहले महाराष्ट्र (Maharashtra) में सरकार बनाने को लेकर शिवसेना (Shiv Sena) से चल रही खींचतान के बीच मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) ने कहा था कि शिवसेना से 50-50 फॉर्मूले पर कोई बातचीत नहीं हुई थी. उन्होंने कहा, शिवसेना गलतफहमी में न रहे. 5 साल मैं ही मुख्यमंत्री रहूंगा. ढाई-ढाई साल के सीएम को लेकर कभी कोई बातचीत हुई ही नहीं थी.