मध्य प्रदेश (Exit Poll 2018 ) में इस बार कांग्रेस और बीजेपी के बीच कांटे की टक्कर है. एक्जिट पोल (exit poll 2018) के अनुसार इस बार BJP और कांग्रेस के बीच सिर्फ एक फीसद वोटों का अंतर है. (exit poll 2018 MP) BJP जहां 40 फीसद वोट मिल रहे हैं तो कांग्रेस को 39 फीसद. वहीं अन्य को 14 फीसद वोट मिलने के आसार हैं. (exit poll 2018 madhya pradesh) वहीं NOTA को 7 फीसद वोट मिले हैं. प्रदेश की 230 विधानसभा सीटों पर 28 नवंबर को करीब 76 % वोटिंग हुई.
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राज्य में 61 साल में रिकॉर्ड मतदान (Voting) हुआ. यह 2013 के चुनाव परिणाम से (72.18%) से 4 फीसद ज्यादा है. और यही 4 फीसद ज्यादा वोटिंग हुई. सबसे ज्यादा 50 सीटें मालवा रीजन में है. इसके अलावा चंबल में 34, बुंदेलखंड में 26, बघेलखंड में 30, महाकौशल में 49, भोपाल में 25 और निमाड़ में कुल निमाड़ 16 सीटों पर उम्मीदवारों की प्रतिष्ठा दांव पर है.
वोटों में तो कड़ी टक्कर मिल रही है लेकिन ये सीटों में नहीं तब्दील हो रही. (exit poll 2018) कांग्रेस अभी भी बहुमत से काफी पीछे है. उसे 105 से 109 सीट मिल रही है. जबिक BJP इस बार मुश्किल में दिख रही है. उसे पिछली बार से कम लेकिन 108 से 112 सीट मिल रही है. जबकि अन्य को 11 से 15 सीट मिल रही है.
Exit Poll 2018 MP: अगले CM के रूप में 43% जनता अभी शिवराज सिंह (Shivraj Singh Chouhan) चौहान को ही देखना चाहती है. वहीं exit poll 2018 के अनुसार 29 फीसद जनता ज्योतिरादित्य सिंधिया को लोग CM के रूप में देखना चाहती है. कमलनाथ को सिर्फ 10 फीसद लोग CM के रूप में देखना चाहते हैं.
एग्जिट पोल (Exit Poll 2018) के बारे में अगर बात करें तो PM नरेंद्र मोदी के प्रचार का असर 34 फीसद रहा तो शिवराज सिंह चौहान की जनसभाओं और संपर्क का असर 16% रहा. वहीं अमित शाह की सभाओं का असर महज 4 फीसद रहा. राहुल गांधी 16 फीसद असरदार रहे तो ज्योतिरादित्य सिंधिया 20 फीसद.
एग्जिट पोल (Exit Poll 2018) में 23 फीसद लोगों ने बेरोजगारी को बड़ा मुद्दा माना है जबकि किसानों की समस्याओं को 13 फीसद लोगों ने चुनावी मुद्दा माना. महंगाई को जहां 10 फीसद लोगों ने बड़ी समस्या बताया वहीं एससी-एसटी एक्ट को केवल 7 फीसद लोगों ने मुद्दे के रूप में देखा. सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि जिस राफेल को राहुल गांधी हर सभा में बड़े मुद्दे रूप में उठाते रहे उसे जनता ने तरजीह नहीं दी.
एग्जिट पोल (Exit Poll 2018) में अगर बाद प्रदेश के सबसे अहम मुद्दे की करें तो भ्रष्टाचार सबसे बड़ा मुद्दा था. इसे राज्य के 10 फीसद लोगों ने अहम मुद्दा माना. न्यूज नेशन के Exit Poll 2018 में स्थानीय उम्मीदवार को 8 फीसद, CM उम्मीदवार को महज 3 फीसद लोगों ने मुद्दा माना. अगर सीएम उम्मीदवार लोगों के लिए अहम मुद्दा होते तो निश्चित तौर पर BJP को बहुत ज्यादा फायदा होता क्योंकि CM शिवराज सिंह चौहान की लोकप्रियता उनके प्रतिद्वंद्वियों से काफी ऊपर है.
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- 2013 का चुनाव ः पिछले चुनाव में 72.07 % मतदान हुआ था और बीजेपी को 165, कांग्रेस को 58 और अन्य को 7 सीटें मिलीं थीं. 2013 में बीजेपी को 44.88%, कांग्रेस को 36.38% और अन्य को 11.67 फीस वोट मिले थे. वहीं 2008 में बीजेपी को 143, कांग्रेस को 71 और अन्य को 16 सीटें मिलीं थीं.
2013 का एग्जिट पोल
- NWS-CVOTER और CVOTER-INDIA TV के एग्जिट पोल (Exit Poll 2013) नतीजों में BJP को 128, INC को 92 और दूसरी पार्टियों को 10 सीटें मिलने की संभावना जताई गई थी
- TODAY'S CHANAKYA ने (Exit Poll 2013) में BJP को कहीं ज्यादा 161 सीटें, INC को 62 सीटें और दूसरी पार्टियों को 7 सीटें मिलने की संभावना जताई थी.
- ABP-NIELSEN ने (Exit Poll 2013) में BJP को 138, INC को 80 और अन्य को 12 सीटें दी थीं
- CNN-IBN ने (Exit Poll 2013) में BJP को 141, INC को 72 और अन्य को 17 सीटें मिलने की संभावना जताई थी. चुनाव के बाद आए नतीजों में सबसे नजदीकी अनुमान TODAY'S CHANAKYA का पाया गया था.
- 2013 में चंबल के नतीजे ः34 सीटेंः बीजेपी - 20, कांग्रेस - 12, BSP - 2
- 2013 में बुंदेलखंड के नतीजेः 26 सीटें, बीजेपी - 20, कांग्रेस - 6,
- 2013 में बघेलखंड के नतीजे ः30 सीटें, BJP - 16, कांग्रेस - 12,BSP - 2
- 2013 में महाकौशल के नतीजे ः 49 सीटें, BJP- 34, कांग्रेस - 14, निर्दलीय - 1
- 2013 में भोपाल के नतीजेः25 सीटें, बीजेपी- 19, कांग्रेस - 5, अन्य - 1
- 2013 में मालवा के नतीजे ः 50 सीटें, बीजेपी - 45, कांग्रेस - 4,अन्य- 1
- 2013 में निमाड़ के नतीजे, 16 सीटें ,BJP - 11, कांग्रेस - 5
Source : News Nation Bureau