मध्य प्रदेश में चुनाव को लेकर गर्मागर्मी बढ़ती जा रही है. हालात कुछ इस कदर बिगड़ गए हैं कि अब चुनावी जंग हिंसा का रूप लेती जा रही है. जबलपुर पूर्व विधानसभा क्षेत्र (Jabalpur East Assembly constituency) में रविवार रात बीजेपी (BJP) और कांग्रेस (Congress) कार्यकर्ता आपस में भिड़ गए. विवाद इस हद तक पहुंच गया कि दोनों पक्षों में गोलीबारी शुरू हो गई. यहां तक कि बम भी फेंके गए. गुस्साए समर्थकों ने इलाके में खड़ी दो पहिया वाहन को भी नुकसान पहुंचाया और जमकर तोड़फोड़ की. हालात बिगड़ते देख मौके पर पुलिस अधीक्षक समेत बड़ी संख्या में पुलिस बल पहुंच गया. बीजेपी और कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने बेलबाग थाने के अंदर तक जमकर विवाद किया और पुलिसकर्मियों के सामने ही एक दूसरे की जान लेने में आमदा हो गए.
यह भी पढ़ेंः सत्ता का सेमीफाइनल : क्या मन बना रही है संस्कारधानी जबलपुर की जनता
बताया जा रहा है कि विवाद की वजह कांग्रेस द्वारा की गई शिकायत थी. दरअसल कांग्रेस के कुछ नेताओं ने बीजेपी के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई कि बीजेपी कार्यकर्ता एक साड़ी शोरूम में बड़ी संख्या में साड़ियों की खरीद-फरोख्त कर रहे हैं और संभवत: यह साड़ियां चुनाव के मद्देनजर खरीदी जा रही हैं. इस शिकायत पर पुलिस की टीम ने साड़ी शोरूम में छापा मारा, लेकिन कार्रवाई में कुछ नहीं मिला.
यह भी पढ़ेंः कौन कहता है पेड़ों पर पैसे नहीं लगते, देखना हो तो छत्तीसगढ़ आइए
वहीं बीजेपी के कुछ कार्यकर्ताओं पूर्व विधानसभा क्षेत्र में लगाए जा रही लाइटिंग को लेकर शिकायत की. इन दोनों ही मसलों को लेकर बीजेपी और कांग्रेस के कार्यकर्ता बड़ी संख्या में बेलबाग थाने पहुंच गए. शुरुआत में तो आरोप-प्रत्यारोप का दौर चला लेकिन देखते ही देखते दोनों पार्टियों के कार्यकर्ता आपस में भिड़ गए. कुछ लोगों ने अचानक फायरिंग शुरू कर दी. इस घटना में विश्वास सोनकर नाम के युवक को गोली भी लगी है जिसका इलाज अस्पताल में चल रहा है.
यह भी पढ़ेंः मंत्रियों वाली सीटों पर इस बार बड़ी संख्या में ताल ठोंक रहे निर्दलीय
कार्यकर्ताओं को समझाने के लिए मौके पर बीजेपी के प्रत्याशी अंचल सोनकर भी पहुंच गए लेकिन उनसे भी कार्यकर्ता नहीं संभले.फिलहाल पुलिस ने इस मामले में दर्जनभर से ज्यादा युवकों को गिरफ्तार कर लिया है, वहीं इलाके में बड़ी संख्या में पुलिसबल तैनात किया गया है जो लगातार संदिग्ध लोगों की धरपकड़ में जुटा हुआ है. आपको बता दें कि पूर्व विधानसभा क्षेत्र पहले से ही संवेदनशील इलाकों में गिना जाता है यहां अक्सर राजनीति के वर्चस्व को लेकर कांग्रेस और बीजेपी के बीच कई बार विवाद देखने को मिला है.
Source : DURGESH SAHOO