शिवसेना ने शनिवार को महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए अपना घोषणापत्र जारी कर दिया. घोषणापत्र में हाल ही में चर्चित आरे जंगल के मुद्दे को शामिल नहीं किया गया है. पार्टी नेता और वर्ली से चुनाव मैदान में उतरे उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे ने बताया कि मुंबई के घोषणापत्र में आरे के मामले को शामिल किया गया है. चूंकि यह विधानसभा का चुनाव है, लिहाजा इसे राज्य स्तरीय घोषणापत्र में जगह नहीं दी गई है.
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आदित्य ठाकरे ने बताया, 5 वर्षों में जगह-जगह जाकर लोगों की स्थिति और उनकी मांग को देखकर हमने ये मेनिफेस्टो को तैयार किया है. इसे घोषणापत्र को महिला और पुरुष दोनों ने ही मिलकर बनाया है. मेनिफेस्टो पर एक बारकोड है, जिसको स्कैन करने पर सीधे वेबसाइट पर जाकर इसे देखा जा सकता है.
आदित्य ठाकरे ने कहा, सिर्फ शिवसेना ही नहीं, बल्कि सभी दलों के नेताओं को आरे के बारे में सोचना चाहिए और मिलकर उस पर बात करनी चाहिए. ये सभी मुंबईकरों का मुद्दा है. उन्होंने कहा, किसानों के लिए कांग्रेस-एनसीपी ने लुभावना घोषणापत्र तैयार किया है, लेकिन अब वे बेकार हो गए हैं. हम किसानों के बारे में हमेशा सोचते आए हैं.
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उद्धव ठाकरे की मौजूदगी में आदित्य ठाकरे ने बताया, दो दिनों के भीतर बीजेपी भी अपना मेनिफेस्टो रिलीज करेगी. हमने मेनिफेस्टो के बारे में आपस में बात नहीं की है. जब उनका मेनिफेस्टो रिलीज हो जाएगा तो जल्द ही हम जॉइंट मेनिफेस्टो रिलीज करेंगे.
आदित्य ठाकरे बोले, हमने दिल से यह मेनिफेस्टो बनाया है. हमारे टॉप 10 मुद्दे हैं. हम जनता से 10 रुपये में भोजन और बिजली के बिल में कटौती जैसे मुद्दे लेकर आए हैं. हम वादा करते हैं कि सरकार बनने पर जरूरतमंद किसानों के लिए 10,000 रुपये हर साल देंगे. कर्ज वालों को कर्जमुक्त किया जाएगा.
Source : पंकज मिश्रा