Haryana Assembly Election Result: जबकि बीजेपी की ओर से स्टार बल्लेबाज पीएम नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह समेत कई नेताओं ने जमकर बल्लेबाजी की, लेकिन इसके बावजूद हरियाणा की सियासी पिच में सीएम मनोहर लाल खट्टर हिट विकेट होते दिख रहे हैं. बात यहां तक पहुंच गई कि अमित शाह ने उन्हें दिल्ली तबल कर लिया. वहीं, कांग्रेस राज्य में बिना किसी विस्फोट बल्लेबाज के बीजेपी को टक्कर दे दी है.
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हरियाणा में मृतप्राय पड़ी कांग्रेस ने बीजेपी का दम निकाल कर रख दिया है. वो भी तब जब कांग्रेस बिना आलाकमान की मदद से मैदान में उतरी थी. जबकि, बीजेपी के लिए पीएम नरेंद्र मोदी, अमित शाह, सीएम योगी आदित्यनाथ समेत कई दिग्गज नेताओं ने जोरशोर से प्रचार किया था. इसके बावजूद हरियाणा की पिच पर बीजेपी विजयी लक्ष्य तक पहुंचती नहीं दिख रही है. अगर यही हाल रहा तो कुछ महीनों बाद देश की राजधानी दिल्ली में अरविंद केजरीवाल के बाउंसर के सामने जीत संघर्ष करना पड़ सकता है.
यह सवाल भी मौजूं है कि दिल्ली की तेज पिच पर भाजपा के उम्मीदवार किस तरह उसका सामना करेंगे और विजयी लक्ष्य की ओर आगे बढ़ेंगे. अगर यही हाल रहा तो झारखंज की पिच में भी बीजेपी को संघर्ष करनी पड़ सकती है. बता दें कि हरियाणा की पिच पर मनोहर लाल खट्टर के लिए बीजेपी के कई स्टार बल्लेबाजों ने बल्लेबाजी की, लेकिन वह रन बटोरने में सफल नहीं हो सके है. बीजेपी की इस बल्लेबाजी से यही लगता है कि आगे के मैच (चुनाव) में उन्हें रणनीति बनाकर खेलनी पड़ेगी.
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बता दें कि हरियाणा विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने एक और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ने सिर्फ दो रैली की थी. कांग्रेस ने कम बल्लेबाजों के ही बीजेपी के छक्के छुड़ा दिए हैं. चुनाव आयोग के रुझानों के अनुसार, जहां बीजेपी 38 और कांग्रेस 33 सीटों पर आगे चल रही है तो वहीं पहली बार पिच पर उतरी जननायक जनता पार्टी (JJP) अच्छी बल्लेबाजी करती हुई 10 का आंकड़ा छूती नजर आ रही है. इनेलो को एक और अन्य को 8 सीटें मिलते दिख रही हैं.
बता दें कि हरियाणा में कुछ 90 विधानसभा सीटों पर चुनाव हुआ है. सरकार बनाने के लिए 46 सीटें चाहिए, लेकिन अब तक के रुझानों के अनुसार किसी पार्टी को पूर्व बहुमतमिलता नहीं दिख रहा है. ऐसे में बीजेपी और कांग्रेस को सरकार बनाने के लिए जेजेपी और निर्दलीय विधायकों की जरूरत पड़ सकती है. हालांकि, अभी तक ये साफ नहीं हो सका है कि कौन किसके पाले में जाएगा.