Bihar Election Result 2020: हायाघाट से बीजेपी के रामचंद्र प्रसाद ने मारी बाजी

बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर अभी भले ही चुनाव आयोग द्वारा तारीख की घोषणा नहीं की गई है, मगर सभी सियासी दलों के नेता अपनी पार्टी के प्रचार और संगठन को मजबूत करने की कोशिशों में जुट गए हैं.

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Dalchand Kumar
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हायाघाट विधानसभा सीट: इस बार यहां कड़ा मुकाबले होने के आसार( Photo Credit : फाइल फोटो)

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Bihar Election Result 2020: हायाघाट से बीजेपी के रामचंद्र प्रसाद ने मारी बाजी. बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर अभी भले ही चुनाव आयोग द्वारा तारीख की घोषणा नहीं की गई है, मगर सभी सियासी दलों के नेता अपनी पार्टी के प्रचार और संगठन को मजबूत करने की कोशिशों में जुट गए हैं. हायाघाट विधानसभा क्षेत्र में भी चुनावी सुगबुगाहट शुरू होने लगी है. दरभंगा जिले के अंतर्गत आने वाली हायाघाट सीट पर इस बार उम्मीदवारों के बीच कड़ा मुकाबला होने की उम्मीद है. बाढ़ और कोरोना काल में चुनावी अखाड़े में एक तरह विपक्षी दलों का महागठबंधन तो दूसरी ओर जदयू-बीजेपी गठबंधन हो सकता है. ऐसे में यहां कौन बाजी मारेगा, ये देखने वाली बात होगी.

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2015 की सूची के अनुसार यहां 2,19,644 वोटर्स

2015 के विधानसभा चुनाव की सूची के अनुसार, हायाघाट विधानसभा क्षेत्र में कुल 2,19,644 वोटर्स हैं. जिनमें से 1,16,241 पुरुष और 1,03,396 महिलाएं शामिल हैं. पिछली बार इस सीट पर 5 नवंबर 2015 को वोटिंग हुई थी और कुल 56.1 फीसदी मतदाताओं ने अपने मत का इस्तेमाल किया था.

2015 में जदयू को मिली जीत

हायाघाट विधानसभा सीट पर 2015 के विधानसभा चुनाव में जनता दल युनाइटेड के उम्मीदवार को जीत मिली थी. जदयू ने अमरनाथ गामी को उतारा था, जिन्हें 65,677 वोट मिले थे. उन्होंने लोक जनशक्ति पार्टी के रमेश चौधरी को हराया था. रमेश चौधरी को 32,446 वोट मिले थे. जबकि शिवसेना के उम्मीदवार राम शंकर चौधरी तीसरे स्थान पर रहे थे. 2015 के चुनाव में यहां कुल 14 उम्मीदवार मैदान में थे.

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2010 में बीजेपी उम्मीदवार ने मारी बाजी

इससे पहले 2010 के विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार अमरनाथ गामी ने जीत हासिल की थी. उन्होंने लोजपा के शहनवाज अहमद कैफी को मात दी थी. ललित कुमार यादव को 32,023 वोट मिले थे, जबकि अशरफ हुसैन के पक्ष में 25,998 वोट आए थे. उस साल भी यहां कुल 14 उम्मीदवारों ने किस्मत आजमाई थी. कांग्रेस के अरविंद कुमार चौधरील तीसरे स्थान पर रहे थे.

यह हैं यहां के स्थानीय मुद्दे

हायाघाट के बाढ़ प्रभावित क्षेत्र होने की वजह से यहां किसानों पर बुरा असर पड़ता है. खेतीबाड़ी के अलावा यहां बेरोजगारी, स्वास्थ्य सेवाओं की कमी, सड़कों की खराब स्थिति जैसे कई मुद्दे हैं, जो चुनाव के दौरान हावी रह सकते हैं. इसके अलावा भी कई समस्याएं हैं, जो चुनावी मुद्दा बन सकती हैं.

Source : News Nation Bureau

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