Bihar Election Result 2020: इमामगंज से जीतनराम मांझी का परचम. इमामगंज विधानसभा के मतदाताओं चुनावी उम्मीदवारों के रूप में कभी भी बाहरी और भीतरी का फर्क नहीं किया. यहां पर हर किसी को जनता ने मौका दिया.चाहे वो पटना जिले के निवासी उदय नारायण चौधरी हो या फिर गया जिले के जीतन राम मांझी. इनके अलावा कई और लोगों को यहां के मतदाताओं ने मौका दिया.
बिहार विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष उदय नारायण चौधरी इमामगंज से पांच बार विधायक रहे. उन्होंने स्थानीय उम्मीदवारों को मात दी. पूर्व मुख्यमंत्री और गया जिले के महकार निवासी हिन्दुस्तानी अवाम मोर्चा-सेक्युलर (हम) सुप्रीमो जीतन राम मांझी को यहां की जनता ने साल 2015 में मौका दिया.
साल1957 में गठित इस विधानसभा क्षेत्र के पहले विधायक इमामगंज-रानीगंज के भूपति अम्बिका प्रसाद सिंह निर्वाचित हुए थे. वह निर्दलीय चुनाव लड़े थे और प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस की महिला उम्मीदवार चंद्रावती देवी को करीब दो हजार मतों से हराया था. दूसरी बार भी अम्बिका प्रसाद सिंह स्वतंत्र पार्टी के उम्मीदवार बने और कांग्रेस के जगलाल महतो को हराया.
इमामगंज को ‘कोइरी का नैहर’ कहा जाता है. क्षेत्र में 144 ऐसे गांव व टोले हैं, जहां कोईरी जाति के लोग रहते हैं. जाहिर हैं कि कोइरी जाति की चुनाव में अहम भूमिका होती है. वही दूसरे नंबर पर मांझी जाति है. यादव और मुसलमान की आबादी तीसरे नंबर पर है.
इमामगंज आरक्षित सीट
1967 में अनुसूचित जाति के लिए रिजर्व हुई इमामगंज सीट 1967 के चुनाव में यह सीट अनुसूचित जाति के लिए रिजर्व हो गई, तब से आजतक इस सीट पर अनुसूचित जाति के लोग ही चुनाव लड़ रहे हैं
इमामगंज की समस्या
इमामगंज विधानसभा क्षेत्र में सबसे बड़ी समस्या शिक्षा के साधनों को लेकर है. समूचे विधानसभा क्षेत्र में एक भी अंगीभूत कॉलेज नहीं है. प्राइमरी से लेकर इंटर तक के सरकारी स्कूलों की दशा भी खराब है. दूसरी समस्या सड़क और रास्तों की है. पीने का पानी भी इस क्षेत्र की समस्या है.
इमामगंज में कुल मतदाता 2,50,843 है. जिसमें पुरुष की संख्या 1,32,969 है. जबकि महिला मतदाता की संख्या 1,17,865 है. जबकि पोलिंग बूथ की संख्या 299 है.
पोलिंग बूथ- 299
कब-कब कौन जीता
2015- जीतन राम मांझी (हम)
2010- उदय नारायण चौधरी (जेडीयू)
2005- अक्टूबर-उदय नारायण चौधरी (जेडीयू)
2000-उदय नारायण चौधरी (समता पार्टी)
1995-रामस्वरूप पासवान (समता पार्टी)
1990-उदय नारायण चौधरी (जनता दल)
1985-श्रीचंद सिंह (कांग्रेस)
1980-श्रीचंद सिंह (कांग्रेस)
1977-ईश्वर दास (जनता पार्टी)
1972- अवधेश्वर राम (कांग्रेस)
1969-ईश्वर दास (संसोपा)
1967-डी. राम (कांग्रेस)
1962-अम्बिका प्रसाद सिंह (स्वतंत्र पार्टी)
1957-अम्बिका प्रसाद सिंह (निर्दलीय)
Source : News Nation Bureau