बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने शनिवार को भोपाल में कांग्रेस पर जोरदार हमला बोला और कहा कि चुनाव में लड़ाई विकास और जातिवाद के बीच है, और विकास हमेशा जातिवाद से दो कदम आगे होता है, इसलिए बीजेपीको जीत मिलेगी. शाह ने इंदौर, रतलाम, झाबुआ में कार्यकर्ता सम्मेलन, किसान सम्मेलन, जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, "कांग्रेस की आदत जातिवाद के जरिए समाज को उलझाने की है. गुजरात चुनाव में उन्होंने यही किया, अब मध्य प्रदेश में भी यही होगा, मगर कांग्रेस नेता कमलनाथ, ज्योतिरादित्य सिंधिया और दिग्विजय सिंह यह नहीं जानते कि जातिवाद और विकास की लड़ाई में विकास आगे होता है. बीजेपीविकास के मुद्दे पर चुनाव लड़ेगी और जनता का साथ उसे मिलेगा."
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सराहना करते हुए शाह ने कहा, "देश के पास चमत्कारिक नेतृत्व है. दुनिया में देश की प्रतिष्ठा बढ़ी है, बीते दिनों उन्हें अर्थ अवार्ड दिया गया, ऐसा व्यक्तित्व बार-बार नहीं मिलता. उनके नेतृत्व पर हमें गर्व होता है."
शाह विशेष विमान से इंदौर पहुंचे और दशहरा मैदान में कार्यकर्ता सम्मेलन में उन्होंने कहा, "बीजेपीके लिए देश सवरेपरि है, इसलिए दुश्मन देश की कोई हरकत बर्दाश्त नहीं की जा रही है. इतना ही नहीं इस देश में एक भी घुसपैठिये को नहीं रहने देंगे."
उन्होंने कांग्रेस सहित अन्य राजनीतिक दलों पर आरोप लगाया, "वे राजनीतिक लाभ के लिए घुसपैठियों का समर्थन करते हैं, मगर बीजेपीके लिए देश से बढ़कर कोई नहीं है. इसलिए देश के विभिन्न राज्यों में बसे घुसपैठियों को निकाला जाएगा, देश में आने वाले समय में एक भी घुसपैठिया नहीं बचेगा."
शाह ने कांग्रेस और गांधी परिवार पर हमला बोलते हुए कहा, "मोदी सरकार से चार साल का हिसाब मांगने वालों को चार पीढ़ी का हिसाब देना चाहिए. साथ ही राहुल गांधी को बताना चाहिए कि घुसपैठियों को लेकर उनकी क्या राय है."
बीजेपीअध्यक्ष ने यहां कांग्रेस के शासन काल की नीतियों की आलोचना करते हुए कहा, "बीते चार साल में मोदी सरकार ने समाज के हर वर्ग को सुविधाएं देने का काम किया है, योजनाएं बनाई है, मध्य प्रदेश सहित देश के अन्य हिस्सों के लोगों को इन योजनाओं का लाभ मिला है. किसानों के हित में फैसले लिए गए हैं."
शाह ने कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष कमलनाथ, प्रचार अभियान समिति के अध्यक्ष ज्योतिरादित्य सिंधिया पर हमला बोलते हुए कहा कि राजा-महाराजा और उद्योगपति क्या जानेंगे किसानों के दर्द को.
उन्होंने रतलाम जिले में सभा को संबोधित करते हुए कहा, "राजा-महाराजा और उद्योगपति किसान के दर्द को नहीं समझ सकते. उन्हें तो यह भी पता नहीं होगा कि सरसों खरीफ की फसल है या रबी की. शिवराज गरीब किसान के बेटे हैं, इसलिए वह किसानों का दर्द समझते हैं."
बीजेपीअध्यक्ष ने केंद्र सरकार द्वारा किसानों के हित में लिए गए निर्णयों का ब्यौरा दिया. उन्होंने कहा कि एक तरफ जहां किसानों को उपज का दाम बढ़ाकर दिया जा रहा है, वहीं सिंचाई क्षमता में वृद्धि हुई है और बिजली उत्पादन भी बढ़ा है.
इससे पहले विशेष विमान से इंदौर पहुंचे शाह की बीजेपीनेताओं ने अगवानी की. उन्होंने देवी अहिल्या बाई की प्रतिमा पर माल्यार्पण के बाद राजवाड़ा क्षेत्र स्थित महालक्ष्मी मंदिर में पूजा की. उसके बाद उन्होंने महाजनसंपर्क अभियान की शुरुआत की.
और पढ़ें- मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव 2018: 28 नवंबर को डाले जाएंगे वोट, 9 नवंबर नामांकन की अंतिम तारीख़
इस बीच, एससीएसटी अधिनियम के विरोध में सड़कों पर उतरे लोगों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया. प्रदर्शनकारियों में करणी सेना और सवर्ण समाज के लोग शामिल थे. ये लोग सर्वोच्च न्यायालय के आदेश को संसद में बदले जाने का विरोध कर रहे थे. प्रदेश के अन्य हिस्सों में सभी राजनीतिक दलों के नेताओं के खिलाफ प्रदर्शन का दौर जारी है.
Source : IANS