छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव के पहले चरण की 18 सीटों के लिए 190 प्रत्याशियों का नामांकन चुनाव आयोग ने खारिज कर दिया है. कुल 421 उम्मदीवारों ने नामांकन दाखिल किया था, लेकिन नामांकन पत्रों की जांच के बाद केवल 231 प्रत्याशी ही चुनाव लड़ने के काबिल पाए गए. 190 प्रत्याशियों के नामांकनपत्रों में त्रुटियां होने की वजह से उन्हें चुनाव आयोग ने खारिज कर दिया. अब ऐसे प्रत्याशियों को पांच साल और इंतजार करना पड़ेगा. नामांकन पत्र वापस लेने की अंतिम तिथि 26 अक्टूबर है, इसके बाद ही यह साफ होगा कि किस सीट पर कितने उम्मीदवार मैदान में होंगे.
राजनांदगांव में सबसे अधिक 40 उम्मीदवार ठोंक रहे ताल
छत्तीसगढ़ में पहले चरण के निर्वाचन वाले 18 विधानसभा सीटों में आज नामांकन पत्रों की संवीक्षा के बाद कुल 231 उम्मीदवारों के नामांकन पत्र विधिमान्य पाए गए. राजनांदगांव जिले के खैरागढ़ विधानसभा में 19, डोंगरगढ़ में 11, राजनांदगांव में 40, डोंगरगांव में 14, खुज्जी में 18 और मोहला-मानपुर विधानसभा सीट में 10 प्रत्याशियों के नामांकन पत्र विधिमान्य घोषित किए गए हैं. पहले चरण में निर्वाचन वाले बस्तर संभाग के कांकेर जिले के अंतागढ़ विधानसभा में 14, भानुप्रतापपुर में 10 एवं कांकेर विधानसभा में आठ उम्मीदवारों के नामांकन विधिमान्य पाए गए हैं. कोंडागांव जिले के केशकाल विधानसभा में नौ तथा कोंडागांव में पांच उम्मीदवारों के नामांकन विधिमान्य घोषित किए गए हैं. इसी तरह से नारायणपुर जिले के नारायणपुर विधानसभा के लिए आठ उम्मीदवारों के नामांकन पत्र विधिमान्य पाए गए हैं.
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बस्तर जिले के बस्तर विधानसभा में छह, जगदलपुर में 25 और चित्रकोट विधानसभा में 10 प्रत्याशियों के नामांकन पत्र विधिमान्य घोषित किए गए हैं. दंतेवाड़ा जिले के दंतेवाड़ा विधानसभा के लिए 10, बीजापुर जिले के बीजापुर विधानसभा के लिए आठ तथा सुकमा जिले के कोंटा विधानसभा के लिए छह उम्मीदवारों के नामांकन पत्र विधिमान्य पाए गए हैं. नामांकन पत्र वापस लेने की अंतिम तिथि 26 अक्टूबर है.
Source : News Nation Bureau