चुनाव आयोग ने शुक्रवार को झारखंड विधानसभा चुनाव की तारीखों को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस की है. उन्होंने कहा कि झारखंड की सभी 81 विधानसभा सीटों पर चुनाव होगा. इसे लेकर चुनाव आयोग ने सारी तैयारियां कर ली है. चुनाव आयोग ने कहा कि झारखंड में आज से आचार संहिता लागू हो गया है. नक्सल प्रभावित क्षेत्रों को देखते हुए झारखंड विधानसभा चुनाव पांच चरणों में कराने का फैसला लिया गया है. पहले चरण का मतदान 30 नवंबर को होगा. दूसरा चरण की वोटिंग 7 दिसंबर, तीसरे चरण की वोटिंग 12 दिसंबर, चौथे चरण की वोटिंग 16 दिसंबर और पांचवें चरण की वोटिंग 20 दिसंबर को होगी. इसके बाद झारखंड चुनाव के नजीते 23 दिसंबर को आएंगे.
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मुख्य निर्वाचन आयुक्त सुनील अरोड़ा ने कहा किपहले चरण में 30 नवंबर को 13 सीटों पर, दूसरे चरण में 20 सीटों पर, तीसरे चरण में 17 सीटों पर, चौथे चरण में 15 सीटों पर और आखिरी चरण में 16 सीटों पर वोट डाले जाएंगे. झारखंड के 67 विधानसभा क्षेत्र नक्सल प्रभावित हैं. झारखंड में बीजेपी और आजसू की सरकार है. झारखंड विधानसभा का कार्यकाल 5 जनवरी को खत्म हो जाएगा. उपायुक्तों ने 17-18 अक्टूबर को ही झारखंड का दौरा किया था. झारखंड के 19 जिले और 67 विधानसभा क्षेत्र नक्सल प्रभावित हैं. इस नक्सल प्रभावित इलाकों को देखते हुए चुनाव आयोग ने पांच चरणों में झारखंड विधानसभा चुनाव कराने का ऐलान किया है.
Chief Election Commissioner, Sunil Arora: Phase-1: Polls on 30 November, phase 2: Polls on 7 December, phase 3: Polls on 12 December, phase 4: Polls on 16th December, phase 5: Polls on 20th December, and counting on 23rd December. https://t.co/ZI432DMXdo pic.twitter.com/AhZiX4TAw3
— ANI (@ANI) November 1, 2019
झारखंड में कुल 81 विधानसभा सीटें हैं, जिनमें से 9 एससी के लिए सुरक्षित सीटें हैं. राज्य में 2.65 करोड़ मतदाता हैं. चुनाव आयोग की टीम 17 और 18 अक्टूबर को रांची आई थी और तैयारियों का जायजा लिया था. इस दौरान राज्य के आला अधिकारियों के साथ बैठक भी की थी. फोर्स की उपलब्धता और हेलीकॉप्टर पर बातचीत हुई थी. सूबे के 24 में से 19 जिले नक्सल प्रभावित हैं. 13 अतिनक्सल प्रभावित जिले हैं.
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बता दें कि मुख्यमंत्री रघुवर दास के नेतृत्व में बीजेपी लगातार दूसरी बार पूर्ण बहुमत के साथ सत्ता में वापसी को बेताब है. बीजेपी ने लोकसभा चुनाव के नतीजे को देखते हुए विधानसभा चुनाव में मिशन-65 प्लस का लक्ष्य रखा है. बीजेपी-एजेएसयू ने एक साथ मिलकर चुनावी मैदान में उतरने का फैसला किया है.
वहीं, मुख्यमंत्री रघुवर दास जन आशीर्वाद यात्रा से बीजेपी के पक्ष में माहौल बनाने में जुटे हैं. बीजेपी को सत्ता में आने से रोकने के लिए तमाम विपक्ष दल एकजुट होने की कवायद में है. झारखंड मुक्ति मोर्चा के अध्यक्ष हेमंत सोरेन सत्ता में एक बार फिर वापसी के लिए बदलाव यात्रा पर निकले हैं और बीजेपी के खिलाफ माहौल बनाने में जुटे हैं.
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कांग्रेस ने प्रदेश अध्यक्ष की कमान रामेश्वर उरांव को देकर आदिवासी और कार्ड खेला है. साथ ही बाबूलाल मरांडी की पार्टी जेवीएम अकेले चुनावी ताल ठोकने की तैयारी में है. झारखंड में कुल 81 विधानसभा सीटें हैं. 2014 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी 31.3 फीसदी वोट के साथ 37 सीटें जीतने में कामयाब रही थी और उसकी सहयोगी ऑल झारखंड स्टूडेंट यूनियन (एजेएसयू) 3.7 फीसदी वोट के साथ 5 सीटें जीती थीं.