झारखंड विधानसभा चुनाव की 81 सीटों पर आज यानि की सोमवार को मतगणना सुबह 8 बजे से शुरू हो गई है. बता दें कि झारखंड की इन सीटों के लिए पांच चरणों में मतदान 30 नवंबर से 20 दिसंबर तक हुआ था. मतगणना का अधिकतम दौर चतरा में 28 राउंड और सबसे कम दो राउंड चंदनकियारी और तोरपा सीटों पर होगा.झा रखंड चुनाव 2019 आजसू पार्टी के प्रमुख सुदेश महतो के लिए काफी महत्वपूर्ण हैं क्योंकि इसबार आजसू बीजेपी से अलग होकर अकेले चुनावी मैदान में उतरी थी.
बीजेपी और आजसू ने 2014 का चुनाव एक साथ लड़ा था. बीजेपी और आजसू ने क्रमश: 72 और आठ सीटों पर चुनाव लड़ा था और क्रमश: 37 व पांच सीटें जीती थीं. इस बार आजसू ने बीजेपी से अपनी सीटों की डिमांड बढ़ा दी थी, जिसके चलते दोनों की सियासी राहें अलग-अलग हो गई. झारखंड चुनाव में आजसू ने 52 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारे हैं.
आजसू और बीजेपी का गठबंधन भले टूट गया हो, लेकिन बीजेपी ने सुदेश महतो से दोस्ती निभाते हुए सील्ली सीट पर उनके खिलाफ अपना कोई उम्मीदवार नहीं उतारा है. बीजेपी के इस कदम से संभावना जताई जा रही है कि भविष्य में दोनों पार्टी एक बार फिर साथ हो सकती है.
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गौरतलब है कि साल 2014 के चुनाव में झामुमो के टिकट पर मैदान में उतरे अमित कुमार महतो, सुदेश महतो को 29 हजार से अधिक वोटों से हराकर विधायक बने थे. उसके बाद अमित को एक मामले में सजा होने के कारण 2018 में कराए गए उपचुनाव में भी अमित महतो की पत्नी सीमा देवी झामुमो के ही टिकट पर सुदेश महतो को हराकर विधायक बनीं. इस सीट पर कुल 15 प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं. भाजपा ने आजसू से गठबंधन नहीं होने के बावजूद यहां से अपना प्रत्याशी नहीं उतारा है, ताकि झामुमो को शिकस्त दिया जा सके.
जनमत सर्वेक्षणों से संकेत मिलता है कि झारखंड में त्रिशंकु जनादेश देखने को मिल सकता है और इस तरह से सरकार बनाने के लिए सुदेश महतो की भूमिका महत्वपूर्ण होगी. वहीं बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने झारखंड चुनाव प्रचार के दौरान आजसू को यह कहकर लुभाने की कोशिश की है कि बीजेपी को बहुमत मिलने पर भी आजसू सरकार का हिस्सा होगी.
Source : News Nation Bureau