Advertisment

विहिप के एजेंडे में काशी व मथुरा भी, बस पहले राममंदिर स्थापित हो जाए

राय ने वृन्दावन के दो दिवसीय प्रवास के दौरान अनेक संतों व धर्माचार्यों से मुलाकात की और उनसे आग्रह किया कि वे एक बार अयोध्या आकर निर्माणाधीन मंदिर का दर्शन करें.

author-image
Nihar Saxena
New Update
Champat Rai

राम जन्मभूमि न्यास के महासचिव चंपत राय.( Photo Credit : न्यूज नेशन)

Advertisment

जैसे-जैसे उत्तर प्रदेश चुनाव नजदीक आ रहे हैं वैसे-वैसे एक बार फिर काशी व मथुरा पर चर्चा जोर पकड़ रही है. इस बार विश्व हिंदू परिषद के नेता एवं श्रीराम मंदिर निर्माण करा रहे जन्मभूमि न्यास के महासचिव चंपत राय ने कहा कि काशी व मथुरा के मुद्दे विहिप के एजेंडे में शामिल अवश्य हैं, परंतु पहले पूरा ध्यान अयोध्या में श्रीराम मंदिर की स्थापना का उद्देश्य पूरा करने पर है. उन्होंने आगे कहा कि उसके बाद किसी और मुद्दे पर ध्यान दिया जाएगा.

संतों-धर्माचार्यों से की मुलाकात
राय ने वृन्दावन के दो दिवसीय प्रवास के दौरान अनेक संतों व धर्माचार्यों से मुलाकात की और उनसे आग्रह किया कि वे एक बार अयोध्या आकर निर्माणाधीन मंदिर का दर्शन करें. इस बीच उन्होंने कई बैठकों में भाग लेकर अयोध्या में निर्माणाधीन श्रीराम मंदिर के संबंध में जानकारी साझा की. चंपत राय ने वृन्दावन के कृष्ण कृपा धाम आश्रम में संवाददाताओं से बातचीत में राममंदिर निर्माण की प्रगति की जानकारी दी. उन्होंने कहा कि न्यास का लक्ष्य अगले वर्ष के अंत (दिसम्बर 2023) तक भगवान श्रीराम को भव्य मंदिर में स्थापित करने का है.

राम मंदिर बाद उठाएंगे कदम
श्रीकृष्ण जन्मभूमि से जुड़े सवाल पर राय ने कहा कि पहला पैर मजबूती से जमने यानि श्रीराम मंदिर निर्माण का उद्देश्य पूरा हो जाने के बाद ही दूसरा कदम उठाया जाएगा. उन्होंने काशी और मथुरा का उल्लेख करते हुए कहा कि यह दोनों मुद्दे विहिप के एजेंडे में हैं. लोगों की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए इस ओर शीघ्र कदम बढ़ाया जाएगा.

HIGHLIGHTS

  • श्रीराम मंदिर निर्माण पूरा होने के बाद ही दूसरा कदम
  • दिसंबर 2023 तक भव्य राम मंदिर स्थापना का लक्ष्य
  • इसके बाद काशी व मथुरा मसले पर होगी बात
Ayodhya अयोध्या ram-mandir Kashi राम मंदिर mathura VHP Champat rai चंपत राय विहिप काशी मथुरा Agenda वीएचपी
Advertisment
Advertisment
Advertisment