उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव का रिजल्ट 10 मार्च को जारी हो जाएगा. इससे पहले एग्जिट पोल में संभावना जताया गया है कि यूपी में भाजपा को पूर्ण बहुमत मिल रहा है. यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य की बात करें तो वे कौशांबी की सिराथू सीट से विधानसभा चुनाव से चुनाव लड़ रहे हैं. सिराथू से केशव प्रसाद मौर्य के खिलाफ सपा ने पल्लवी पटेल को मैदान में उतारा है, इसलिए ये काफी हॉट सीट मानी जा रही है.
आपको बता दें कि केशव प्रसाद मौर्य उत्तर प्रदेश के उप-मुख्यमंत्री हैं. वे सोलहवीं लोकसभा के सांसद थे. 2014 के लोकसभा चुनाव में केशव प्रसाद उत्तर प्रदेश की फूलपुर सीट से भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़कर निर्वाचित हुए थे. इन्होंने 19 मार्च 2017 को उत्तर प्रदेश के उप-मुख्यमंत्री पद की शपथ ली.
केशव प्रसाद के राजनीतिक जीवन की शुरुआत इलाहाबाद पश्चिमी विधानसभा सीट से हुई जब वह 2002 में माफिया अतीक अहमद के खिलाफ बीजेपी उम्मीदवार के तौर चुनाव लड़े. हालांकि, वे सात हजार मत पाकर चौथे स्थान पर रहे. उसके बाद वर्ष 2007 का उत्तर प्रदेश विधानसभा उसी सीट से लड़ा, लेकिन फिर सफलता नहीं मिली. फिर 2012 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में अपने गृह क्षेत्र सिराथू से पहली बार विधायक चुने गए. उस समय वह इलाहाबाद मंडल के चारों जिलों इलाहाबाद, प्रतापगढ़, कौशाम्बी और फतेहपुर से एकलौते बीजेपी विधायक चुने गए थे.
फिर वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने केशव प्रसाद मौर्ट को फूलपुर लोकसभा सीट से उम्मीदवार बनाया और वह 3 लाख से अधिक वोटों से अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी समाजवादी पार्टी के पूर्व सांसद धर्मराज सिंह पटेल को पराजित करके संसद पहुंचे. अप्रैल 2016 में उन्हें भाजपा का प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया. उनके ही नेतृत्व में भाजपा ने 2017 के उत्तर प्रदेश विधानसभा में ऐतिहासिक जीत दर्ज की. चुनाव परिणाम आने के बाद उन्हें मुख्यमंत्री पद का प्रबल दावेदार माना जा रहा था लेकिन उन्हें उपमुख्यमंत्री बनाया गया. केशव प्रसाद मौर्य भाजपा की प्रदेश इकाई के पिछड़े वर्ग के सबसे बड़े नेता के तौर पर जाना जाता है.
Source : News Nation Bureau