आम आदमी पार्टी के विधायक अमानतुल्लाह खान पर केजरीवाल सरकार ने एक बार फिर विश्वास जताया है. ओखला विधानसभा सीट से अमानतुल्लाह खान ने 2015 विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज की थी. केजरीवाल सरकार ने उनको फिर ओखला विधानसभा सीट से मैदान में उतारा है. अमानतुल्लाह खान के परिवार से कोई राजनीति में नहीं था. राजनीति में आने से पहले अमानतुल्लाह खान का कपड़े का बिजनेस था.
यह भी पढ़ें- दिल्ली की सियासत का लंबा अनुभव रखने वाले रामवीर सिंह बिधूड़ी के बारे में जानें उनका पूरा सफर
वर्ष 2008 में लोकजनशक्ति पार्टी से पहली बार चुनाव लड़ा था. वर्ष 2013 में भी लोजपा से चुनाव लड़ा था. वर्ष- 2015 में आम आदमी पार्टी से चुनाव लड़े और जीत हासिल की थी. परिवार में पत्नी और दो बच्चे हैं. चार भाई व चार बहनें हैं. अमानतुल्लाह खान ने क्षेत्र के विकास के लिए काफी काम किया है. क्षेत्र के बड़े निजी अस्पतालों में करीब 20 हजार लोगों का ईडब्ल्यूएस कैटेगरी में निशुल्क इलाज करवाया. अनधिकृत कॉलोनियों में सीवर डलवाया.
यह भी पढ़ें- दिल्ली चुनाव 2020: कांग्रेस का पाला छोड़ आम आदमी पार्टी में शामिल हुए राम सिंह नेताजी के बारे में जानें सबकुछ
अनधिकृत कॉलोनियों में सड़कें बनवाईं. 34 अनधिकृत कॉलोनियों में से 28 में पानी की पाइपलाइन डलवाई. विधानसभा क्षेत्र में 100 ट्रांसफार्मर लगवाए. पिछले महीने नागरिकता संशोधन कानून के प्रदर्शन में अमानतुल्लाह खान का नाम सामने आया था. जिसे लेकर गाजियाबाद में उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी. सीएए के खिलाफ चल रहे प्रदर्शन में उन्होंने मुस्लिम समुदाय के लोगों को समर्थन दिया था. इसके बाद प्रदर्शन में काफी हिंसा भी हुई थी. क्या अमानतुल्लाह इस बार भी बाजी मार सकेंगे?